काऊ स्टाफ को फोन करते रहे गोरक्षक, नहीं पहुंची टीम, फिर खुद ही तस्करों से मुक्त कराया गोवंश
साढौरा में नकटी नदी के रास्ते पर नाकाबंदी के दौरान गोरक्षकों ने तस्करों से गोवंश मुक्त कराए। साढौरा पुलिस को साथ लेकर मौके से 12 गोवंश बरामद किए जबकि तस्कर भाग निकले।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : साढौरा में नकटी नदी के रास्ते पर नाकाबंदी के दौरान गोरक्षकों ने तस्करों से गोवंश मुक्त कराए। साढौरा पुलिस को साथ लेकर मौके से 12 गोवंश बरामद किए, जबकि तस्कर भाग निकले। गोरक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि मुखबीर से सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर गोवंशों को लेकर यूपी निकलेंगे। जिस पर साढौरा पुलिस को साथ लेकर नाकाबंदी की गई। रात करीब 12 जब गोतस्कर आते दिखाई दिए, तो टॉर्च जलाकर आवाज लगाई। आवाज सुनकर तस्कर गोवंश छोड़कर भाग गए। साढौरा थाना में गोतस्करों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। इस दौरान प्रवीण गांधी, राधे राणा, लविश गुप्ता, सुनील, बंटी, प्रदीप राणा भी मौजूद रहे।
गोरक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिस समय तस्करों के आने की सूचना मिली, तो तुरंत काऊ स्टाफ को सूचना दी गई थी। आरोप है कि काउ स्टाफ से कोई नहीं पहुंचा। किसी ने छुट्टी पर होने, तो किसी ने गारद में ड्यूटी होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया। बाद में गोरक्षकों की टीम खुद ही पहुंची और साढौरा पुलिस को इस बारे में बताया गया। साढौरा से पुलिस टीम पहुंची, तो गोवंशों को मुक्त कराया जा सका। प्रदीप शर्मा ने बताया कि गोतस्करी रोकने के लिए बनाया गया स्टाफ कारगर साबित नहीं हो रहा है। अब तक जो भी तस्कर पकड़े गए या गोवंश मुक्त कराए गए। वह सभी गोरक्षकों की मुखबरी पर पकड़े गए। अब तो स्टाफ ही सहयोग नहीं करता। इस संबंध में जल्द ही आलाधिकारियों से मिला जाएगा।