पाइप की साइडों में भरी जा रही मिट्टी, गटका डालने पर ठेकेदार और अधिकारी आमने-सामने
जगाधरी के छोटी लाइन एरिया में एसडी स्कूल के सामने पानी निकासी के लिए नाला पास किया गया था। टेंडर भी नाले का ही हुआ लेकिन अधिकारियों ने नाले के बजाय यहां पाइप लाइन डलवा दी। पाइप लाइन डालने में भी लापरवाही बरती जा रही है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जगाधरी के छोटी लाइन एरिया में एसडी स्कूल के सामने पानी निकासी के लिए नाला पास किया गया था। टेंडर भी नाले का ही हुआ, लेकिन अधिकारियों ने नाले के बजाय यहां पाइप लाइन डलवा दी। पाइप लाइन डालने में भी लापरवाही बरती जा रही है। पाइप लाइन के दोनों तरफ मिट्टी भर दी गई। लोगों का आरोप है कि बरसात का पानी जैसे ही यहां से गुजरेगा मिट्टी धंस जाएगी, जिससे लोगों के घरों और दुकानों की दीवारें बैठ जाएंगी। वहीं ठेकेदार का कहना है कि अधिकारी ही जबरदस्ती गटका और सीमेंट की जगह पाइप के दोनों तरफ मिट्टी डालने को कह रहे हैं।
जगाधरी रोड से सेक्टर 17 के गेट तक डलनी है लाइन
एसडी स्कूल पर छोटी लाइन के सामने सड़क पर बरसाती पानी खड़ा होता है। उससे लोगों को काफी परेशानी होती है। इस पानी की निकासी के लिए जगाधरी के मटका चौक से लेकर सेक्टर-17 के गेट तक सड़क के दोनों तरफ निकासी के लिए नाला पास किया गया था। इसके साथ ही सीसी की सड़क नए सिरे से बनानी है। इसके लिए पौने दो करोड़ रुपये का बजट पास हुआ था। टेंडर नाले का हुआ लेकिन बाद में इसकी नेचर बदल कर यहां पाइप लाइन डलवा दी।
एड़ा-टेढ़ा डाला जा रहा पाइप
अनिल, मोहित, सुमित, अनुराग आदि का कहना है कि नाले की जगह भले ही अब पाइप लाइन डाली जा रही हो, लेकिन इसमें भी लापरवाही बरती जा रह है। एक तो पाइप के दोनों तरफ गटका, रेत, सीमेंट का मिश्रण डालने के बजाय मिट्टी डाल दी गई। दूसरा पाइप सीधा न होकर जिग-जैक डाला जा रहा है। यदि पाइप सीधा ही नहीं होगा तो इसमें से पानी की निकासी कैसे होगी। अधिकारी नगर निगम का पैसा बर्बाद करने में तुले हैं। लोगों ने सोशल मीडिया पर नाले को लेकर अपनी भड़ास भी निकाली।
अधिकारी ही डलवा रहे मिट्टी : वेद प्रकाश
ठेकेदार वेद प्रकाश ने सोशल मीडिया पर लोगों को जवाब देते हुए लिखा कि यह कार्य वह करा रहा है। यहां नाला बनाना था, लेकिन बाद में अधिकारियों ने पाइप डालने के आदेश जारी कर दिए। उसी समय अधिकारियों से पाइप के बराबर में सीमेंट और गटका डलवाने का निवेदन किया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसलिए यहां मिट्टी डाल रहे हैं। सोमवार को दोबारा बात की तो अधिकारियों ने धमकाते हुए कहा कि काम न करने की स्थिति में कार्रवाई की जाएगी। पाइप डालने की मंजूरी न मिलने से यह काम एक माह से बंद पड़ा था। लोगों की समस्या को देखते हुए वे इस काम को अपने रिस्क पर कर रहे हैं।
ठेकेदार अपना फायदा देख रहा है : एसई
नगर निगम के एसई महीपाल सिंह का कहना है कि ठेकेदार ने नाले की जगह पाइप डालने की मंजूरी ले ली थी। पाइप के बराबर में गटका डालने की जरूरत नहीं है। इस काम में ठेकेदार अपना फायदा देख रहा है। यदि पाइप जिग-जैक डाले हैं, तो इसकी जांच कराई जाएगी।