इंटक भवन पर जड़ा ताला, बरामदे में बैठ कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल चौहान ने ली मीटिग
टिकट बंटवारे के बाद भी कांग्रेस में एक जुटता नहीं आई है। गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। वर्कशॉप रोड स्थित इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) भवन पर ताला लगा दिया गया है। यमुनानगर से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल चौहान बरामदे में ही बैठ गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : टिकट बंटवारे के बाद भी कांग्रेस में एक जुटता नहीं आई है। गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। वर्कशॉप रोड स्थित इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) भवन पर ताला लगा दिया गया है। यमुनानगर से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल चौहान बरामदे में ही बैठ गई। ताला खुलवाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के पास भी गई, लेकिन भवन पर लगा ताला खोलने से इन्कार कर दिया गया। निर्मल चौहान का कहना है कि उनको पार्टी ने टिकट दिया है। यह कुछ नेताओं को रास नहीं आ रहा है। उनके साथ साजिश हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इंटक भवन पर अवैध कब्जा कर रखा है, लेकिन वे यहां से कहीं जाएंगी नहीं। चुनाव का सारा कामकाज यहीं से किया जाएगा। वे गरीब किसान की बेटी हैं। उनके पास पैसे नहीं है, जो प्राइवेट दफ्तर पर खर्च करें। इस तरह की हरकतों से वह डरने वाली नहीं हैं। जरूरत पड़ी तो सड़क पर बैठकर भी चुनाव का काम कर सकती हैं। जनता उनको समर्थन देंगी, यह उनको पूरा विश्वास है।
फोन करा दो, तब चाबी मिलेगी
वर्कशॉप रोड पर पेपर मिल गेट के नजदीक कांग्रेस का इंटक भवन है। निर्मल चौहान ने बताया कि शुक्रवार शाम को वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिली थीं। बातचीत में निर्णय लिया गया था कि चुनाव कार्यालय इंटक भवन में ही बनाया जाएगा। शनिवार दोपहर जिस गाड़ी में टेंट का सामान आया था, उसके चालक ने फोन कर बताया कि इंटक भवन पर ताला लगा हुआ है। सूचना पाते ही वे यहां पर पहुंचीं। वे ताले की चाबी लेने के लिए वे पेपर मिल में निवासी पारसनाथ मिश्रा के पास भी गई, लेकिन मिश्रा ने जवाब दिया कि वे राजकुमार त्यागी या फिर नरेंद्र त्यागी से फोन करा दें। उनकी अनुमति के बिना वे ताला नहीं खोलेंगे। उन्होंने दोनों नेताओं के पास फोन किया तो उनके मोबाइल बंद आ रहे थे।
प्रदेशाध्यक्ष को अवगत कराया :
सूचना पाते ही कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से राणा आस मोहम्मद, राजीव भारद्वाज, प्रदीप सिंह, गोरखनाथ सिंह, कंवरपाल आदि मौके पर पहुंचे। इसके बाद निर्मल चौहान ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के संज्ञान में सारा मामला लाया।