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वाल्व का खुला ढक्कन बन रहा हादसों का कारण, विभाग बेपरवाह

पुराना बिलासपुर रोड पर गुलाब नगर मोड़ पर पानी डायवर्सन के लिए जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से लगाए गए वाल्व का खुला ढक्कन हादसों का कारण बन रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 08:01 AM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 08:01 AM (IST)
वाल्व का खुला ढक्कन बन रहा हादसों का कारण, विभाग बेपरवाह

संवाद सहयोगी, जगाधरी : पुराना बिलासपुर रोड पर गुलाब नगर मोड़ पर पानी डायवर्सन के लिए जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से लगाए गए वाल्व का खुला ढक्कन हादसों का कारण बन रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को शिकायत देने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। इनसेट

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खुले गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे लोग:

गुलाब नगर मोड़ बने वाल्व के खुले गड्ढे में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कतें दोपहिया वाहन चालकों को उठनी पड़ रही है। मोड़ पर लगे पोल की लाइट भी खराब पड़ी है। क्षेत्रवासी अमीर खान, प्रवीन, सुरेंद्र, राजेश का कहना है कि मोड़ पर एक तरफ डस्टबिन रखा हुआ है। जब वाहन चालक पुराना बिलासपुर रोड से गुलाब नगर की ओर मुड़ते है, तो उस समय सामने से एकाएक कोई अन्य वाहन आने से कई बार हड़बड़ाहट में उनका संतुलन बिगड़ जाता है, जिस कारण चालक खुले गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। आमिर ने बताया कि पिछले दिनों एक बच्चा खेलते समय गड्ढे में गिरकर चोटिल हो गया था। इनसेट

सप्लाई के लिए लगाया गया है वाल्व

गुलाब पार्क व आसपास के क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए मोड़ पर वाल्व लगाया गया है । वाल्व को बंद करने से गौरी शंकर कालोनी व पुराना बिलासपुर रोड क्षेत्र में पानी की सप्लाई बाधित हो जाती है। पिछले दिनों से मुद्दे को लेकर गौरी शंकर कालोनी व आसपास के क्षेत्रवासियों ने प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद संबंधित विभाग ने वाल्व खोल दिया था। स्ट्रीट लाइट खराब होने से बढ़ रही समस्या:

गुलाब नगर मोड़ पर जिस जगह वाल्व के लिए गड्ढा बनाया गया है, वहीं पोल की स्ट्रीट लाइट भी काफी दिनों से खराब पड़ी हुई है। इस वजह से राहगीरों की समस्या बढ़ी हुई है। दिन के समय तो राहगीर बचकर निकल जाते हैं, लेकिन रात को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वर्जन:

कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि वाल्व को बदले के बाद ढक्कन को ढककर जाए। किस कारणवश ढक्कन खुला रह गया, इसकी जांच करवाई जाएगी।

पलविद्र सिंह, एसडीओ, जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग।


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