शर्मनाक: 13 साल की लड़की से ममेरा भाई करता था दुष्कर्म, ऐसे हुआ खुलासा
यमुनानगर में 13 साल की लड़की से उसका ममेरा भाई दुष्कर्म करता था। वह लड़की को इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देता था। लड़की गर्भवती हो गई तो मामले का खुलासा हुआ।
यमुनानगर, जेएनएन। हरियाणा के यमुनानगर में 13 साल की एक लड़की के साथ उसका ममेरा भाई दुष्कर्म करता था। वह लड़की को चार-पांच बार दुष्कर्म शिकार बना चुका था। ममेरा भाई दुष्कर्म करने के बाद लड़कीे को इस बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी देता था। लड़की गर्भवती हो गई तो मामले का खुलासा हुआ।
घटना अर्जुन नगर चौकी एरिया की कॉलोनी की है। कक्षा सात में पढ़ने वाली 13 साल की लड़की के गर्भवती होने के बाद जांच में मामले का खुलासा हुआ। आरोपित उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के रहने वाला है। पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
चाइल्ड लाइन की निदेशिका के बयान पर तीन पर हुआ था केस दर्ज
पीडि़त किशोरी चार भाई-बहन हैं। वह तीसरे नंबर की है। पिता मजदूरी करता है। पिछले दिनों वह बीमार हुई तो माता-पिता ने उसे डॉक्टरों को दिखाया। उसके पेट में दर्द रहता था। वह ठीक नहीं हुई तो 13 मार्च को माता-पिता उसे चंडीगढ़ पीजीआइ ले गए। वहां पता लगा कि वह 21 सप्ताह की गर्भवती है।
इसके बाद एसपी कुलदीप सिंह ने चाइल्ड प्रोटेक्शन टीम को पत्र भेजा तो यहां से टीम चंडीगढ़ गई, लेकिन चिकित्सकों ने उससे बात करने से मना कर दिया था। चंडीगढ़ से भी वूमेन एंड चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम काउंसिलिंग करने पहुंची, लेकिन किशोरी से बात नहीं हो सकी थी। परिजनों ने भी कुछ बता नहीं रहे थे।
इस तरह से खुला मामला
परिजनों में इस बारे में शिकायत दी तो मामले की जांच शुरू हुई। जगाधरी सिटी थाना प्रभारी राकेश राणा ने बताया कि किशोरी से उसके ही ममेरे भाई ने दुष्कर्म किया था। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले का रहने वाला है। वह यहीं पर रहता था। पहली बार उसने सितंबर 2018 में किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। उसने चार-पांच बार मौका पाकर किशोरी से दुष्कर्म किया।
उन्होंने बताया कि आरोपित ने ही परिवार को तीन युवकों पर आरोप लगाने की बात कही थी, जिसके बाद उन लोगों ने तीन अनजान लोगों के बारे में चाइल्ड लाइन टीम को बताया था। एक दिन पीडि़त परिवार ने बताया कि किशोरी के ममेरे भाई का फोन आया था और उसने पेट दर्द होने के बारे में पूछा था। इससे पुलिस को शक हुआ और आरोपित को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपित ने वारदात कबूली है। विभाग की निदेशक अपूर्वा गांधी की रिपोर्ट के आधार पर तीन के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।