क्षतिग्रस्त होने से पानी में डूबी नाव
यमुना नदी के नगली घाट पर अस्थायी रास्ते के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद आवाजाही ठेकेदार ने नाव की मरम्मत कर उसे चलाने का प्रयास किया। जैसे ही नाव को पानी में उतारा गया नाव पानी में भी डूब गई। बताया जा रहा है कि नाव की मरम्मत सही से न हो पाने के कारण नाव में पानी घुस गया है। अब दोबारा ठेकेदार की ओर से नाव की मरम्मत करवाई जाएगी। जिसके लिए नाव ठीक करने वाले मिस्त्री को उत्तर प्रदेश से बुलाया गया है।
संवाद सहयोगी, रादौर : यमुना नदी के नगली घाट पर अस्थायी रास्ते के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद आवाजाही ठेकेदार ने नाव की मरम्मत कर उसे चलाने का प्रयास किया। जैसे ही नाव को पानी में उतारा गया नाव पानी में भी डूब गई। बताया जा रहा है कि नाव की मरम्मत सही से न हो पाने के कारण नाव में पानी घुस गया है। अब दोबारा ठेकेदार की ओर से नाव की मरम्मत करवाई जाएगी। जिसके लिए नाव ठीक करने वाले मिस्त्री को उत्तर प्रदेश से बुलाया गया है। जल्द ही इसे ठीक करवाकर घाट पर नाव चलाई जाएगी। जिसमें अभी करीब पांच दिन का समय और लग सकता है।
तब तक वहां मछुवारे किसानों की मदद के लिए आगे आए हैं। मछुवारों अपनी नाव में किसानों को नदी पार करवा रहे हैं। जिससे किसानों अपने खेतों में जा पा रहे है। बता दे कि अस्थाई रास्ते के बह जाने के बाद उन किसानों के लिए समस्या पैदा हो गई है जिन किसानों के खेत यमुना नदी है। इन किसानों को अपनी फसलों की देखभाल के लिए यमुना नदी पार जाना पड़ता है। रास्ता न होने के कारण उन्हें लंबा सफर तय करने पर विवश होना पड़ता है। किसान मनोज, बलविद्र, सुरजीत सिंह, हरनाम विनोद, जितेंद्र, राजेश ने बताया कि यमुना नदी पार जाने वाले किसानों के सामने इस समय समस्या गंभीर होती जा रही है। अगर जल्द ही उनकी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि फिलहाल मछुआरों किसानों की मदद कर रहे है लेकिन लंबे समय तक उनसे मदद लेना भी उनके ऊपर भार पाने के समान है। इसलिए प्रशासन जल्द से जल्द इस ओर ध्यान दे और किसानों की समस्या का समाधान करवाया जाए।