ब्लॉक समिति बिलासपुर चेयरमैन व उपाध्यक्ष की कुर्सी खतरे में, 18 सदस्य हुए खिलाफ
भाजपा को जिला में एक ओर झटका लगने जा रहा है। ब्लॉक समिति बिलासपुर के चेयरमैन महीपाल संधाय व उपाध्यक्ष सविता की कुर्सी खतरे में है। ब्लॉक समिति के 26 में से 18 सदस्यों ने चेयरमैन व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास कर दिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भाजपा को जिले में एक और झटका लगने जा रहा है। ब्लॉक समिति बिलासपुर के चेयरमैन महीपाल संधाय व उपाध्यक्ष सविता की कुर्सी खतरे में है। ब्लॉक समिति के 26 में से 18 सदस्यों ने चेयरमैन व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास कर दिया। वे मंगलवार को सचिवालय में डीसी मुकुल कुमार से भी मिले। जहां पर उन्होंने दोनों को पद से हटाते हुए दोबारा चुनाव करवाने की मांग की। चेयरमैन पर लगाया भेदभाव का आरोप :
पार्षदों ने आरोप लगाया कि चेयरमैन महीपाल संधाय व उपाध्यक्ष अपनी मर्जी से काम कर रहे हैं। चार साल में केवल पांच-छह मीटिग ही उन्होंने की है। मीटिग के लिए कोई एजेंडा उन्हें नहीं भेजा गया। उन्हें अपने वार्ड में विकास कार्य करवाने के लिए ग्रांट तक नहीं दी गई। इस बारे में चेयरमैन से पूछा तो वे कहते हैं कि अब सरकार ब्लॉक समिति को विकास कार्यों के लिए ग्रांट नहीं देती। यहां तक की सदस्यों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। जब सदस्यों को वार्ड में काम करवाने के लिए पैसा ही नहीं मिलेगा तो उनके जनप्रतिनिधि होने का क्या फायदा। ये सदस्य हुए चेयरमैन के खिलाफ :
ब्लॉक समिति के वार्ड 13 से योगेश मेहंदीरत्ता, 11 से कर्मबीर, 10 से गुरमेज सिंह, 23 से दलबीर सिंह, 17 से नायब सिंह, एक से शहरीन, 14 से अशोक कुमार, 22 से सपना देवी, 12 से मनीषा, 20 से रविद्र कुमार, 18 से सतीश कुमार, 9 से रिपल, 7 से सर्वेश कुमारी, 2 से सरीना खातून, 15 से ऊषा रानी, 5 से राजिद्र कुमार, 16 से ममता देवी, 26 से जगदीश कुमार ने चेयरमैन व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास किया है। कोर्ट ने दिए चुनाव के आदेश :
चेयरमैन के खिलाफ समिति सदस्य कोर्ट में भी गए थे। कोर्ट ने डीसी को नोटिस जारी करते हुए चेयरमैन व उपाध्यक्ष दोनों का चुनाव दोबारा कराने के आदेश दिए हैं। अब डीसी पर निर्भर करता है कि वे कब सभी सदस्यों की मीटिग बुलाते हैं। सदस्यों के चेयरमैन के पक्ष व विपक्ष में साइन करवाए जाएंगे। सदस्यों ने ये भी आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के दबाव में चुनाव कराने में देरी की जा रही है। पूर्व विधायक के खास हैं महीपाल :
महीपाल संधाय साढौरा से भाजपा के पूर्व विधायक बलवंत सिंह के खास लोगों में से एक हैं। बलवंत सिंह पहले इनेलो में थे लेकिन 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद महीपाल भी भाजपा में आ गए थे। बलवंत सिंह के खास होने के कारण ही महीपाल को चेयरमैन पद मिला था। गत विधानसभा चुनाव में बलवंत सिंह को कांग्रेस विधायक से करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद सदस्यों ने महीपाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कोर्ट से भी आदेश आए हैं : मुकुल कुमार
डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि चेयरमैन के खिलाफ सदस्य मिले थे। लेकिन पहले से ही चुनाव की प्रक्रिया जारी है। इस बारे में कोर्ट से भी आदेश आए हैं। जल्द ही चेयरमैन व उपाध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा।