दादूपुर जयधर रोड पर तेज रफ्तार से आ रही बाइकों की भिडं़त, दो युवकों की मौत, तीन घायल
दादूपुर से जयधर रोड पर तेज रफ्तार से आ रही दो बाइकों की आमने सामने की भिडंत हो गई। जिसमें बाइक सवार चचेरे भाई 18 वर्षीय अमर खान व 21 वर्षीय तसव्वर की मौत हो गई, जबकि उनका तीसरा साथी रिषु बुरी तरह से घायल हो गया। दूसरी बाइक पर आ रहे दंपती भी हादसे में घायल हो गए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
दादूपुर से जयधर रोड पर तेज रफ्तार से आ रही दो बाइकों की आमने सामने की भिडंत हो गई। जिसमें बाइक सवार चचेरे भाई 18 वर्षीय अमर खान व 21 वर्षीय तसव्वर की मौत हो गई, जबकि उनका तीसरा साथी रिषु बुरी तरह से घायल हो गया। दूसरी बाइक पर आ रहे दंपती भी हादसे में घायल हो गए। दो युवकों की मौत की सूचना मिलते ही परिजन पहुंच गए। घायलों को भर्ती करवाया गया। जबकि दोनों युवकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
जयधर निवासी अमर खान, तसव्वर व रिषु तीनों चचेरे भाई हैं। बुधवार को वह एक ही बाइक पर दादूपुर गए हुए थे। वहां से सुबह करीब पौने 12 बजे वापस लौट रहे थे। जब वह संत निरंकारी भवन के सामने पहुंचे, तो इसी दौरान सामने से आ रही बाइक से उनकी भिडंत हो गई। बाइकों की तेज गति होने की वजह से दोनों आपस में भिड़ी। एक दूसरे टक्कर लगते ही बाइक सवार सड़क पर जा गिरे।अमर के सिर में चोट लगी, जबकि तसव्वर के सिर व टांगों में चोट लगी। इसके अलावा रिषु को भी सिर में चोट लगी। दूसरी बाइक पर जयधर के ही करनैल ¨सह अपनी पत्नी परमजीत को लेकर आ रहे थे। वह भी हादसे में बुरी तरह से घायल हो गए। आसपास के लोग एकत्र हुए। मौके पर जब देखा, तो अमर खान व तसव्वर की मौत हो चुकी थी। जबकि अन्य घायल थे। उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां से गंभीर हालत के चलते तसव्वर को रैफर कर दिया गया। परिजन उसे निजी नर्सिंग होम में लेकर गए।
10 वीं में पढ़ता था अमर खान
अमर खान गांव में ही सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दसवीं का छात्र था। तसव्वर उसके चाचा का लड़ा था। रिषु भी ताऊ का लड़का था। मृतक अमर खान के एक भाई और है। जबकि तसव्वर के भी दो भाई हैं। परिवार में एक साथ दो मौतों से कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। छछरौली थाना प्रभारी राकेश कुमार का कहना है कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम हो गया है। परिजनों के बयान लिए गए हैं। उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
डीसीएम में लेकर आए शव
सरकारी एंबुलेंस की लापरवाही का अंदाजा इस हादसे से लगाया जा सकता है। घायलों को निजी वाहनों से अस्पताल में लेकर आए। हादसे के मृतकों को भी परिजन डीसीएम में लेकर आए। उनका कहना था कि एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची थी। इसलिए शव को वहां से उठाकर डीसीएम में लाना पड़ा। घायलों को भी अपने निजी वाहनों से ही अस्पताल लेकर आए।