अपनी समस्याओं से ज्यादा प्रत्याशियों की हार-जीत पर लग रहा दांव
चुनावी माहौल में गांव भी पूरी तरह से रंग चुके हैं। लोगों को अब अपने गांव की समस्याओं की नहीं बल्कि प्रत्याशियों की हार जीत की चिता ज्यादा है। इसलिए विभिन्न पाíटयों के प्रत्याशियों की हार जीत पर दांव लग रहे हैं। गांवों में जहां देखो वहीं चुनाव की चर्चा है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : चुनावी माहौल में गांव भी पूरी तरह से रंग चुके हैं। लोगों को अब अपने गांव की समस्याओं की नहीं बल्कि प्रत्याशियों की हार जीत की चिता ज्यादा है। इसलिए विभिन्न पाíटयों के प्रत्याशियों की हार जीत पर दांव लग रहे हैं। गांवों में जहां देखो वहीं चुनाव की चर्चा है। जागरण संवाददाता बुधवार शाम उपमंडल बिलासपुर के गांव मलिकपुर बांगर में पहुंचे। यहां पर गांव की बैठक में लोगों का मजमा लगा हुआ था। यहां बैठे लोग एक दूसरे के सुख दुख से ज्यादा विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा कर रहे थे। चुनावों के कारण इस गांव की फिजा पूरी तरह से बदली हुई थी।
गांव के पूर्व सरपंच नाथी राम, नंबरदार राहुल राणा ने कहा कि हमारे गांव में तो भाजपा का ज्यादा जोर है। पहले भी विधायक बलवंत सिंह को अच्छे वोट पड़े थे। विधायक ने गांव में काफी काम करवाए हैं। इसलिए वोट उन्हें देना तो बनता ही है। उम्मीद है पहले से ज्यादा काम गांव में होंगे। वैसे तो सभी पाíटयों के लोग गांव में वोट मांगने के लिए आ रहे हैं। उनके प्रोग्राम में लोगों की अच्छी खासी भीड़ भी जुट जाती है। हर कोई अधिक से अधिक भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करना चाहता है। कई बार तो भीड़ को देखकर ये अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि कौन जीतने वाला है, लेकिन सभी प्रत्याशियों के प्रोग्राम में जाना गांव के लोगों की मजबूरी है, क्योंकि पता नहीं किसकी किस्मत पलटी मार जाए, क्योंकि जीत किसकी होगी ये तो वोटों की गिनती होने पर ही पता लेगेगा। इसलिए सभी के साथ चलना पड़ रहा है।
उम्मीदवार पर नहीं मुख्यमंत्री पर नजर
बैठक में गांव के सरपंच राजकुमार राणा दो-तीन लोगों के साथ आते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार कोई ये नहीं देख रहा कि हमारा एमएलए कौन बनेगा। बल्कि इस पर नजर ज्यादा है कि हरियाणा का मुख्यमंत्री कौन होगा। भाजपा ने गांव में नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में अच्छे काम करवाए हैं। क्षेत्र की सड़कों की तरफ 10 सालों तक किसी पार्टी ने ध्यान नहीं दिया। बिलासपुर क्षेत्र की सड़कें चकाचक हैं। बिलासपुर में नया कोर्ट बन रहा है। मिनी सचिवालय का नया भवन बन रहा है। यहां तक की नया अस्पताल बन रहा है। लोगों को ओर क्या चाहिए।
लोगों की बदली सोच
गांव के रामपाल, रघुबीर, नाथीराम ने कहा कि अब लोगों की सोच बदल चुकी है। वे देखते हैं कि विधायक बनने के बाद कौन उनके काम आ सकता है। पहले तो लोग किसी के कहने पर वोट डाल देते थे, लेकिन अब तो मतदान के दिन तक ये नहीं कह सकते कि फलां व्यक्ति ने किसे वोट दिया होगा। अब जनता केंद्र व प्रदेश में एक ही सरकार को देखना चाहती है। यदि केंद्र व प्रदेश में अलग-अलग सरकार होगी तो विकास कार्यों के लिए ग्रांट मिलने में दिक्कत आती है। इसलिए सभी लोगों को अपने हितों से ज्यादा प्रदेश के बारे में भी सोचते हुए मतदान करना चाहिए।