जंगल से काट रहे थे बांस की लकड़ी, टीम आए तो हुए फरार
गांव अराइयांवाला के समीप वन विभाग के जंगल में दिन दहाड़े बांस की लकड़ी जा रही है। जंगल से बांस काट रहे तस्कर वन विभाग की टीम को देखकर फरार हो गए। कुछ दूरी तक तस्करों का पीछा किया लेकिन खेतों में कच्चे रास्ते से भागने में कामयाब हो गए। विभाग ने दो व्यक्तियों के खिलाफ डीडीआर काट कर कार्रवाई आरंभ कर दी है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर :
गांव अराइयांवाला के समीप वन विभाग के जंगल में दिन दहाड़े बांस की लकड़ी जा रही है। जंगल से बांस काट रहे तस्कर वन विभाग की टीम को देखकर फरार हो गए। कुछ दूरी तक तस्करों का पीछा किया लेकिन खेतों में कच्चे रास्ते से भागने में कामयाब हो गए। विभाग ने दो व्यक्तियों के खिलाफ डीडीआर काट कर कार्रवाई आरंभ कर दी है। विभाग के दरोगा मान सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव अराईयांवाला से भमनौली जाने वाली सड़क पर लोग वन विभाग के जंगल से अवैध रूप से बांस को काट रहे हैं। वन रक्षक विकास व अजय कुमार के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा की दो व्यक्ति जगल में लगे बांस को काट रहे हैं। अधिकारियों को देख उक्त दोनों व्यक्ति खेतों से रास्ते से भाग निकले। मौके से कटे बांसों को कब्जे में ले लिया गया है। जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
सदर जगाधरी थाना क्षेत्र के गांव मेहलावाली में 50 वर्षीय मलकीत सिंह की हत्या के आरोप में पुलिस ने एक और आरोपित दलजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अब तक पांच आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
24 सितंबर को गांव मेहलावाली निवासी बलजिद्र सिंह अपने दोस्त गुरजीत, मलकीत व मंधार निवासी दमनजीत सिंह के साथ कार में पशुओं की दवाई लेने व कुछ अन्य निजी काम के लिए गया था। वहां से काम खत्म कर जब वह गांव की ओर मुड़े, तो गांव के ही मनदीप, हरिद्र, गौरी, हैप्पी, तेजी, दलजीत, काला ने उन्हें घेर लिया था। उन पर गंडासी, तलवार व डंडों से हमला कर दिया था। कार में भी तोड़फोड़ कर दी थी। इस हमले में दमनजीत सिंह, मलकीत सिंह व गुरजीत घायल हो गए थे। जहां मंगलवार की रात इलाज के दौरान मलकीत की मौत हो गई थी। जब मलकीत की मौत हो गई, तो गुस्साए स्वजनों ने पोस्टमार्ट हाउस के बाहर हंगामा किया था। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर स्वजन अड़े हुए थे। बाद में डीएसपी रवि खुंडिया ने उन्हें हत्यारोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत किया था।