असगरपुर में चल रहे स्क्रीनिग प्लांट के फर्जी दस्तावेज तैयार कर कब्जे की कोशिश, केस दर्ज
असगरपुर में चल रहे स्क्रीनिग प्लांट पर दो पक्षों ने दावा जता दिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
असगरपुर में चल रहे स्क्रीनिग प्लांट पर दो पक्षों ने दावा जता दिया। मामला पुलिस के पास पहुंचा, तो जांच में पता लगा कि पंचकूला के रामकुमार ने फर्जी दस्तावेज कर असली मालिक प्रदीप कुमार के जाली हस्ताक्षर किए। पुलिस ने आरोपित पर केस दर्ज कर लिया है।
पंचकूला के सेक्टर चार निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि उनकी जीएम ट्रेडिग कंपनी है। कंपनी साढौरा थाना क्षेत्र के गांव असगरपुर में स्क्रीनिग प्लांट चला रही है। 2018 में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने स्क्रीनिग प्लांट चलाने के लिए अनुमति दी थी। इसके लिए पंचकूला के सेक्टर 20 निवासी रामकुमार को प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के कार्यों के लिए रखा हुआ था। वह एनओसी व अन्य कार्यों को कराता था।
स्क्रीनिग प्लांट चलने के बाद रामकुमार का मन बदल गया। उसने स्क्रीनिग प्लांट के दस्तावेजों पर उनके फर्जी हस्ताक्षर किए और अपने नाम दिखा दिया। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से भी एनओसी अपनी कंपनी आनंद ट्रेडिग कंपनी के नाम करा ली। इसका पता उस समय लगा, जब वह इन फर्जी दस्तावेजों के जरिए प्लांट पर कब्जे की कोशिश करने लगा। जबकि प्लांट उनकी कंपनी के नाम पर है। उसका बिजली का बिल हमारी कंपनी के नाम पर आ रहा है। इसलिए ही पुलिस को शिकायत दी गई थी।