अस्पताल से नौकरी छोड़ने के बाद करने लगा प्रतिबंधित दवाइयों की सप्लाई, पुलिस ने पकड़ा
सीआइए टू के इंचार्ज श्रीभगवान यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश की ओर से प्रतिबंधित दवाईयां लेकर एक व्यक्ति बाइक से रक्षक विहार नाके से होता हुआ गुजरेगा। जिस पर टीम को वहां भेजा गया। कुछ देर बाद एक युवक बाइक पर आता दिखाई दिया। उसे रोककर तलाशी ली गई, तो उसके बैग से दवाईयां बरामद हुई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सीआइए टू के इंचार्ज श्रीभगवान यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश की ओर से प्रतिबंधित दवाईयां लेकर एक व्यक्ति बाइक से रक्षक विहार नाके से होता हुआ गुजरेगा। जिस पर टीम को वहां भेजा गया। कुछ देर बाद एक युवक बाइक पर आता दिखाई दिया। उसे रोककर तलाशी ली गई, तो उसके बैग से दवाईयां बरामद हुई। मौके पर ड्रग कंट्रोलर रितू मेहला को बुलाया गया। उन्होंने आकर दवाईयों की जांच की और पता चला कि यह दवाईयां नशे के लिये इस्तेमाल की जाती है और इन पर प्रतिबंध है। आरोपी के पास से 960 कैप्सूल पैरोक्सीवन प्लस व 1500 गोलियां लोमोटिल की बरामद हुई। आरोपित की पहचान पिरथी का माजरा निवासी जसपाल के नाम से हुई। आरोपित जसपाल पहले प्राइवेट अस्पताल में कार्य करता था। वहां से नौकरी छोड़कर प्रतिबंधित दवाईयां बेचने का धंधा शुरू कर दिया। आरोपित उत्तर प्रदेश से नशे की गोलियां लेकर आता और गांव के आसपास लोगों को बेचता। पुलिस ने आरोपित को रिमांड पर लिया है।