Move to Jagran APP

DEO को मीटिंग में किया खड़ा, कहा- मंत्री ने शिक्षा व्यवस्था पर पूछा तो क्या जवाब दूंगा

अतिरिक्त प्रधान सचिव ने यमुनानगर के डीईओ को पुअर रिजल्ट की तस्वीर दिखाई। उनसे सवाल पूछा कि मंत्री उनसे पूछेंगे तो वे उनको परीक्षा परिणाम के बारे में क्या रिपोर्ट देंगे?

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 08:31 PM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 01:24 PM (IST)
DEO को मीटिंग में किया खड़ा, कहा- मंत्री ने शिक्षा व्यवस्था पर पूछा तो क्या जवाब दूंगा
DEO को मीटिंग में किया खड़ा, कहा- मंत्री ने शिक्षा व्यवस्था पर पूछा तो क्या जवाब दूंगा

जेएनएन, कुरुक्षेत्र। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के गृह जिले यमुनानगर की 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम तीन साल में सुधर नहीं पाया है। यह रिजल्ट 33 और 36 फीसद के बीच ही रहा है। कुरुक्षेत्र में प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक में अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. महाबीर सिंह ने यमुनानगर के जिला शिक्षा अधिकारी को सबके सामने पुअर रिजल्ट की तस्वीर दिखाई। उनसे सवाल पूछा कि शिक्षा मंत्री उनसे पूछेंगे तो वे उनको उनके गृह जिले के परीक्षा परिणाम के बारे में क्या रिपोर्ट देंगे?

loksabha election banner

बैठक में प्रदेश के 25 फीसद से कम रिजल्ट वाले स्कूलों के प्रमुख और शिक्षा अधिकारी शामिल हुए थे। करीब तीन घंटे चली बैठक में परीक्षा परिणाम सबके सामने रखा गया और इसमें सुधार पर विचार किया गया। बैठक में सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा की महानिदेशिक अवनीत पी. कुमार, मौलिक शिक्षा हरियाणा के निदेशक प्रदीप कुमार व राज्य परियोजना हरियाणा के निदेशक रजनीश गर्ग भी पहुंचे थे।

एसीएस ने परीक्षा परिणाम बेहतर लाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों की ड्यूटी तय की। उन्होंने प्रदेशभर के डीईओ, डीईईओ, डीपीसी व प्राचार्यों से सीधा संवाद किया। इसमें एक महीने बाद 2020 की परीक्षा में बेहतर रिजल्ट लाने के बारे में विस्तार से चर्चा की।

रिपोर्ट में यमुनानगर सबसे पीछे

अधिकारियों ने रिपोर्ट में बताया कि यमुनानगर पिछले तीन साल से 10वीं के परिणामों सबसे पीछे रहा है। वर्ष 2017 में 33 फीसद, वर्ष 2018 व 2019 में 36-36 फीसद रहा है। वहीं 12वीं के परिणामों में भी यमुनानगर सबसे पीछे रहा है।

2020 के लिए निदेशालय ने बढ़ाया टारगेट

बोर्ड परीक्षा-2020 के लिए शिक्षा निदेशालय ने जिलावार वर्ष 2019 के परिणाम अनुसार पास प्रतिशत का टारगेट बढ़ा दिया है। जैसे वर्ष 2019 में अंबाला का पास प्रतिशत 47 था तो 2020 में पास प्रतिशत 65 कर दिया गया है। वहीं यमुनानगर का पास प्रतिशत 36 था तो 2020 में पास प्रतिशत बढ़कर 55 फीसद किया गया है।

हल प्रश्नपत्र से करवाएं तैयारी

एसीएस डॉ. महावीर सिंह ने कहा कि बोर्ड की वेबसाइट पर पिछले कई वर्षों के हल प्रश्नपत्र डाले गए हैं। इनसे विद्यार्थियों को तैयारी करवाएं। उससे मिलता-जुलता 30 फीसद का हिस्सा बोर्ड के प्रश्नपत्र में शामिल किया जाएगा। एक विषय के चार हल प्रश्नपत्र डाले गए है। जिसमें कम से कम 70 से 80 फीसदी सिलेबस कवर किया गया है।

कमजोर विद्यार्थियों को चयनित कर करवाएं तैयारी

डॉ. महावीर सिंह ने कहा कि सभी डीईओ अपने क्षेत्र के अध्यापकों से स्कूल के कमजोर विद्यार्थियों की रिपोर्ट मंगवाएं। ऐसे विद्यार्थियों को अधिक समय देकर पढ़ाया जाए और उनका हौसला बढ़ाएं।

वर्ष 2020 के लिए जिलावार टारगेट फीसद में

जिला 10वीं 12वीं
अंबाला 65 85
भिवानी 70 85
चरखीदादरी 85 85
फरीदाबाद 60 75
फतेहाबाद 70 90
गुरुग्राम 80 80
हिसार 75 90
झज्जर 85 85
जींद 75 85
कैथल 70 85
करनाल 65 85
कुरुक्षेत्र 70 85
महेंद्रगढ़ 85 90
नूह मेवात 75 85
पलवल 55 65
पंचकुला 80 85
पानीपत 75 90
रेवाड़ी 80 90
रोहतक 75 90
सिरसा 70 85
सोनीपत 75 80
यमुनानगर 55 75

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.