सेवानिवृत्त शिक्षिका से 12 लाख 41 हजार रुपये निकालने का आरोपित गिरफ्तार
शिक्षिका का मोबाइल नंबर चालू न होने की वजह से कंपनी ने बंद कर दिया था। बाद में यह नंबर वारिस ने खरीद लिया था। शिक्षिका ने बैंक खाते में मोबाइल नंबर नहीं बदलवाया। वारिस ने जब इन मैसेजों को देखा तो उसने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की।
संवाद सहयोगी, रादौर। सेवानिवृत्त शिक्षिका उषा कुमारी के खाते से 12 लाख 41 हजार रुपये साफ करने के आरोपित मेवात के गांव रजाका निवासी वारिस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच में सामने आया कि शिक्षिका का मोबाइल नंबर चालू न होने की वजह से कंपनी ने बंद कर दिया था। बाद में यह नंबर वारिस ने खरीद लिया था।
शिक्षिका के बैंक खाते में यह मोबाइल नंबर दिया हुआ था। शिक्षिका ने बैंक खाते में मोबाइल नंबर नहीं बदलवाया। बैंक से संबंधित मैसेज आते रहे। वारिस ने जब इन मैसेजों को देखा, तो उसने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की। ओटीपी भी इस नंबर पर आता था। इसके माध्यम से ही आरोपित ने शिक्षिका के खाते से पैसे उड़ाए। जांच अधिकारी एसआइ कृष्ण कुमार ने बताया कि खाते से निकले पैसों की डिटेल निकलवाई गई, तो मोबाइल नंबर का पता लगा। इसके आधार पर ही आरोपित वारिस की तलाश की गई। उसे दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। उससे रिकवरी करनी है।
यह है मामला
पुलिस को दी शिकायत में सरस्वती कालोनी निवासी उषा कुमारी ने बताया था कि उनका बैंक खाता रादौर में येस बैंक में है। जिसमें 12 लाख 41 हजार 921 रुपये जमा थे। इस खाते से लेन देन उनके पति उजेश लाल ही करते थे। यह लेन देन चेक के माध्यम से करते थे। 21 दिसंबर 2020 को उन्हें पैसों की जरूरत थी। जिस पर वह अपने बेटे के साथ बैंक से पैसे निकालने गई। यहां पता लगा कि 23 सितंबर 2020 से पांच नवंबर 2020 तक उनके खाते से पैसे निकाले गए। आरोप लगाया गया था कि बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से यह रकम निकली है, क्योंकि जुलाई 2020 से लेकर दिसंबर 2020 तक उन्होंने बैंक से कोई भी रकम नहीं निकाली थी। इस शिकायत पर रादौर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था।