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19 एनएचएम कर्मचारी टर्मिनेट, 175 को नोटिस, नई भर्तियां शुरू

जागरण संवाददाता यमुनानगर सेवा सुरक्षा व सातवें वेतन आयोग का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर हड़ताल जारी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Feb 2019 09:48 AM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 09:48 AM (IST)
19 एनएचएम कर्मचारी टर्मिनेट, 175 को नोटिस, नई भर्तियां शुरू
19 एनएचएम कर्मचारी टर्मिनेट, 175 को नोटिस, नई भर्तियां शुरू

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सेवा सुरक्षा व सातवें वेतन आयोग का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे एनएचएम कर्मियों के खिलाफ अब सरकार सख्त हो गई है। विभाग ने कार्रवाई करते हुए 19 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया है, जबकि 175 कर्मियों को नोटिस जारी किए गए हैं। विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि यदि कर्मचारी काम पर वापस नहीं लौटते हैं, तो उन्हें भी टर्मिनेट किया जाएगा। इसके साथ ही विभाग ने आउटसोर्सिंग के तहत नई भर्तियां शुरू कर दी हैं। जगाधरी व यमुनानगर में 12 कर्मियों को भर्ती भी किया जा चुका है। सोमवार को भी कुछ आवेदक भर्ती के लिए पहुंचे थे। इनको किया गया टर्मिनेट

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चालक महेश, सुख¨वद्र, प्रमोद ईएमटी, चालक रमेश शर्मा, सन्नी शर्मा, लालचंद, सुख¨वद्र, ईएमटी अर¨वद, नीतू मोगिया, अमित सैनी, मीनाक्षी, कपिल, यश, प्रदीप, चेतन, सीएचओ गीता, डॉ. किरण, कोमल, पर¨वद्र। कुछ कर्मी काम पर भी लौटे

21 दिन से कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है, लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है। विभाग ने अब नोटिस जारी कर दिए हैं। इससे डरे कुछ कर्मचारी काम पर भी वापस लौटने लगे हैं। 542 कर्मचारी एनएचएम के तहत लगे हैं, इनमें से केवल 182 कर्मचारी ही हड़ताल पर हैं। विभाग की मानें, तो सोमवार को पांच कर्मचारी काम पर लौटे हैं। कुछ अन्य कर्मचारी भी वापस आने की बात कह रहे हैं। वहीं कुछ कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें जबरन हड़ताल में शामिल किया जा रहा है। रास्ता रोककर उनके साथ अभद्रता की जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप का कहना है कि जो कर्मचारी काम पर आ रहे हैं। उनके साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कोई ऐसा करेगा, तो विभाग की ओर से एफआइआर भी दर्ज कराएंगे। अनिश्चितकाल के लिए घोषित करेंगे हड़ताल

एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान अमित गुर्जर का कहना है कि एक साल से एनएचएम मुख्यालय में कर्मियों की मांगें लंबित पड़ी है। उच्च अधिकारियों की नीतियां कर्मचारी विरोधी है, जिस वजह से इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा। इसलिए ही हड़ताल की गई है। यदि उनकी मांग सरकार नहीं मानती है, तो हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बदल देंगे। उन्होंने दावा किया कि कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से विभाग में स्वास्थ्य सेवाओं सहित एनसीडी के कार्यक्रम नहीं चल रहे हैं। इस दौरान सूरज भान, सुनील कांबोज, राजीव आर्य, सुशील गर्ग, नितिश, पूजा, श्वेता, डॉ. गीता, डॉ. मधु, डॉ. नितिन, डॉ. सतीश, अमन, नीतेश, हरीश भी मौजूद रहे।


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