12 मेयर व 126 पार्षद प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद, 19 को फैसला
छिटपुट घटनाओं के बीच 303 बूथों पर नगर निगम चुनाव संपन्न हुए। मतदाताओं ने मेयर पद के 12 व पार्षद पद के 126 प्रत्याशियों का भाग्य इवीएम में कैद कर दिया। 19 दिसंबर को जनता का निर्णय सामने आ जाएगा। शहर की सरकार के चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : छिटपुट घटनाओं के बीच 303 बूथों पर नगर निगम चुनाव संपन्न हुए। मतदाताओं ने मेयर पद के 12 व पार्षद पद के 126 प्रत्याशियों का भाग्य इवीएम में कैद कर दिया। 19 दिसंबर को जनता का निर्णय सामने आ जाएगा। शहर की सरकार के चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया। सुबह साढ़े सात बजे वो¨टग शुरू हो गई थी। साढे चार बजे तक पो¨लग बूथों के बाहर मतदाताओं की लंबी-लंबी लाइन लग गई। शाम के समय मतदाताओं की भीड़ को संभालने के लिए पुलिस कर्मियों को हल्के पुलिस बल का भी प्रयोग करना पड़ा।
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कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ मतदान
चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन विशेष से मुस्तैद रहा। खासतौर पर संवदेनशील व अति संवदेनशील बूथों पर एडीजीपी आरसी मिश्रा, एसपी कुलदीप ¨सह यादव व डीसी गिरीश अरोड़ा ने स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सभी पॉ¨लग बूथों पर सुरक्षा कर्मी विशेषतौर पर तैनात रहे।
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शाम को साढ़े छह बजे तक वो¨टग
सुबह को सुस्त चल रही वो¨टग शाम करीब दो बजे जोर पकड़ गई। लगभग सभी बूथों पर मतदाताओं की लाइनें लगने शुरू हो गई। हालांकि बूथों पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने तय समय पर गेट बंद कर दिए। लेकिन भीड़ ने हंगामा करना शुरू कर दिया। हरियाणा इंजीनिय¨रग कॉलेज, सरकारी स्कूल व नगर निगम कार्यालय में बने बूथ पर इस बात को लेकर काफी हंगामा हुआ। भारी पुलिस बल को मौके पर बुलाना पड़ा। पुलिस ने बल का प्रयोग कर भीड़ को हटाया। लाइन में लगे मतदाताओं को अंदर भेजा और बाहर का गेट बंद कर दिया। इसी तरह बीडीओ कार्यालय जगाधरी में बने बूथ पर वोट को लेकर काफी तनातनी हुई। बाद में डीएसपी ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया। जिन बूथों पर लाइन लगी थी, उन पर साढे छह बजे तक वो¨टग होती रही।
विस अध्यक्ष ने बढ़ाया मनोबल
विधानसभा अध्यक्ष कंवर पाल ने जगाधरी एरिया में दौरा कर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि सभी मतदाता शांतिपूर्ण तरीके मतदान करें। क्योंकि यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है। उत्सव हो उत्साह के साथ मनाना चाहिए। उनके साथ हरकोफेड के चेयरमैन रामेश्वर चौहान भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इनसेट
इन्होंने दी चुनाव आयोग को शिकायत
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता सतपाल कौशिक ने चुनाव पर्यवेक्षक को शिकायत दी है। उनका कहना है कि ईवीएम की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ या सीआइएफएस का प्रबंध किया जाए।
यहां दीवार का निर्माण रविवार को ही हुआ है। यह दीवार अभी कच्ची है। स्ट्रांग रूम में ईवीएम सुरक्षित नहीं हैं। दूसरी ओर सुरक्षा की ईवीएम की जिम्मेदारी भी हरियाणा पुलिस को दी गई है, जिस पर हमारा विश्वास कम है।
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प्रत्याशियों ने लगाई ई-रिक्शा
निगम चुनाव में वोटरों को मतदान केंद्रों तक लाने के लिए प्रत्याशियों ने अपने खर्च से ई रिक्शाएं लगवाई हुई थी। इन पर प्रत्याशियों ने अपने बैनर लगवा रखे थे। जो वोटरों को लाने व ले जाने के लिए चक्कर लगा रही थी। हमीदा में हालात ऐसी थी कि ई रिक्शाओं की वजह से जाम लगा रहा। यहां पर न तो पुलिस और न ही पीठासीन अधिकारियों ने इन्हें रोका।
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पीठासीन अधिकारी करते रहे गस्त
संवेदनशील वार्ड नंबर 14 के हमीदा में पड़ने वाले बूथों पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। यहां पर झगड़े का अंदेशा प्रशासन को था। यही कारण था कि पीठासीन अधिकारी व बीडीपीओ दीनानाथ शर्मा हर बूथ पर चक्कर काटते रहे। इस दौरान टंकी के पास लगे बूथ पर प्रत्याशी नीलू पंडित वोटरों को रोक-रोककर समझा रहे थे, तो उन्हें भी पीठासीन अधिकारी ने पुलिस की मदद से हटवाया।
रास्ते में खड़ी महिलाएं कर रही थी अपील
चुनाव के दौरान प्रत्याशियों ने मतदान केंद्रों के बाहर महिलाओं व बच्चों को चुनावचिन्ह के पंपलेट लेकर खड़ा कर रखा था। जो आने वाले वोटरों को अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने का अनुरोध कर रही थी। कही पर महिलाएं हाथ जोड़े खड़ी थी, तो कही पर चुनाव ¨चह का निशान हाथ में लिए खड़ी थी।
दो मशीनों में रहे कंफ्यूज
इस बार निगम चुनाव में मेयर व पार्षद प्रत्याशियों की वोट के लिए अलग-अलग ईवीएम लगाई गई थी। जिसमें मतदाता कंफ्यूजन में रहे। कैंप के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वोट देने पहुंची राजरानी एक साथ दोनों मशीनों के बटन दबा रही थी। जिससे उनकी वोट नहीं हो रही थी। बार-बार चुनाव में लगे कर्मचारी मशीन को देखते। करीब 15 मिनट बाद पीठासीन अधिकारी ने अपने सामने उनसे वोट डलवाई, तो फिर उन्होंने एक साथ दोनों मशीनों का बटन दबाया। इसके बाद उन्हें समझाया गया। साथ ही अन्य वोटरों को भी समझाया गया कि पहले एक मशीन का बटन दबाना है, फिर दूसरी का।