मातंड व छिछड़ाना में बनेंगे जलघर, ग्रामीणों को नहरी पेयजल की होगी आपूर्ति
जनस्वास्थ्य विभाग गांव मातंड और छिछड़ाना में जलघर तैयार करवाएगा। दोनों जलघरों के निर्माण पर करीब एक-एक करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जागरण संवाददाता, गोहाना: जनस्वास्थ्य विभाग गांव मातंड और छिछड़ाना में जलघर तैयार करवाएगा। दोनों जलघरों के निर्माण पर करीब एक-एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। जलघर तैयार होने के बाद मातंड, छिछड़ाना सहित चार गांवों में नहरी आधारित पेयजल की आपूर्ति दी जाएगी। विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने दोनों जलघरों के लिए एस्टीमेट तैयार कर लिए हैं।
जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव मातंड, छतैहरा, छिछड़ाना व भैंसवान खुर्द में कई ट्यूबवेलों से पेयजल की सप्लाई दी जा रही है। कुछ ट्यूबवेलों का पानी खारा हो चुका है और टीडीएस की मात्रा भी अधिक है। ट्यूबवेलों के चलते भूजल स्तर पर भी असर पड़ रहा है। ट्यूबवेलों पर रखी मोटरों का प्रेशर भी कम होता है, जिससे गांव में अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने पर अधिक पानी की खपत होती है। जनस्वास्थ्य विभाग इन गांवों में जलघरों से नहरी पेयजल आपूर्ति देने की योजना पर काम कर रहा है। विभाग द्वारा गांव मातंड में जलघर तैयार करवाया जाएगा। गांव छतैहरा में बूस्टिंग स्टेशन तैयार करवाया जाएगा। जल घर से बूस्टिंग स्टेशन तक पाइप लाइन दबाई जाएगी। इसके बाद दोनों गांवों में नहरी आधारित पेयजल की आपूर्ति हो सकेगी। इसी तरह से विभाग गांव छिछड़ाना में जल घर और गांव भैंसवान खुर्द में बूस्टिंग स्टेशन तैयार करवाएगा। जलघर से बूस्टिंग स्टेशन को जोड़ा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि जलघर व बूस्टिंग स्टेशन तैयार होने के बाद चारों गांवों में पेयजल की समस्या भी नहीं रहेगी। विभाग आगामी 15 साल की संभावना को ध्यान में रख कर जलघर तैयार करवाएगा।
गांव मातंड व छिछड़ाना में जलघर तैयार करवाए जाएंगे। दोनों जलघरों पर करीब दो करोड़ रुपये का खर्च आएगा। जल घरों से ही गांव भैंसवान खुर्द व छतैहरा को जोड़ा जाएगा। एस्टीमेट तैयार हो चुके हैं।
- विक्रम सिंह मोर, कार्यकारी अभियंता, गोहाना, जनस्वास्थ्य विभाग