आपरेशन के बाद भी होश में नहीं आया गैंगस्टर
शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्टू बरोणा को 18 मार्च को रोहतक जेल से आर्म्स एक्ट के एक मामले में पेश करने के लिए सोनीपत न्यायालय में लाया गया था। उसकी सुरक्षा गारद में सिपाही महेश भी शामिल था।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: संदीप बड़वासनी गैंग के शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्टू बरोणा की एक महीने बाद भी हालत गंभीर बनी हुई है। उसको 18 मार्च को न्यायालय परिसर में रामकरण बैंयापुर गैंग के इशारे पर सिर में तीन गोली मार दी गई थी। वह तभी से कोमा में है। चिकित्सकों ने आपरेशन करके उसके सिर से दो गोली निकाल दी हैं, जबकि मस्तिष्क के बीच में फंसी एक गोली को नहीं निकाला जा सका है। उसे कड़ी पुलिस सुरक्षा में रखा गया है।
शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्टू बरोणा को 18 मार्च को रोहतक जेल से आर्म्स एक्ट के एक मामले में पेश करने के लिए सोनीपत न्यायालय में लाया गया था। उसकी सुरक्षा गारद में सिपाही महेश भी शामिल था। न्यायालय में पेशी के बाद बिट्टू को जेल परिसर में खड़ी जेल वैन में बैठाया गया था। उसमें सिपाही महेश भी पहुंच गया और बिट्टू के पास बैठ गया। इसी दौरान सिपाही ने रामकरण बैंयापुर द्वारा उपलब्ध कराई गई चाइनीज पिस्टल से बिट्टू के सिर में तीन गोलियां मार दी थीं। घायल बिट्टू को पहले पीजीआइ रोहतक ले जाया गया। वहां पर सेहत में सुधार नहीं होने पर उसको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार चिकित्सकों ने बिट्टू के सिर का एक आपरेशन कर दिया है। उसके सिर में फंसी दो गालियों को चिकित्सकों ने निकाल लिया है। जबकि तीसरी गोली दिमाग के अति संवेदनशील हिस्से में फंसी होने के कारण छोड़ दी गई है। आपरेशन के बाद बिट्टू ने अपनी दाई आंख खोलनी शुरू कर दी है। इसके अलावा उसकी हालत में कोई सुधार नहीं है। वह न तो सुन पा रहा है और न ही देख पा रहा है।