बीटेक में दाखिले के लिए विद्यार्थियों को नहीं आना पड़ेगा विश्वविद्यालय
अब विद्यार्थियों को बीटेक में दाखिले के लिए पंजीकरण से लेकर दाखिले की फीस जमा कराने और अन्य जानकारी के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे घर बैठे ही इन सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) में बीटेक करने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। अब विद्यार्थियों को बीटेक में दाखिले के लिए पंजीकरण से लेकर दाखिले की फीस जमा कराने और अन्य जानकारी के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे घर बैठे ही इन सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। डीसीआरयूएसटी प्रशासन ने कोरोना के चलते बीटेक के दाखिलों की सभी प्रक्रिया और उसकी हर जानकारी विद्यार्थियों को आनलाइन मुहैया कराने का निर्णय लिया है। इससे विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा।
डीसीआरयूएसटी में बीटेक में दाखिले की प्रक्रिया 12 नवंबर से शुरू हो चुकी है, जिसके लिए विद्यार्थियों को 17 तक पंजीकरण कराना है। अब तक विद्यार्थी पंजीकरण या अन्य प्रक्रियाओं के लिए विश्वविद्यालय में पहुंचते थे, लेकिन अब उन्हें विश्वविद्यालय में नहीं आना पड़ेगा। वे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आनलाइन पंजीकरण करा सकेंगे। इसके बाद उनका मोबाइल नंबर व ई-मेल आइडी रजिस्टर्ड होगी। इसी के आधार पर विद्यार्थी 18 नवंबर को पंजीकरण की फीस जमा करा सकेंगे। उसी दिन शाम को पहली मेरिट लिस्ट जारी होगी। इसकी जानकारी भी विद्यार्थियों को उनकी आइडी पर मिलेगी। जिन विद्यार्थियों को मेरिट लिस्ट में नाम हैं, वे 19 से 21 तक अपनी फीस जमा करा सकेंगे। इसके बाद 22 को विश्वविद्यालय खाली सीटों की लिस्ट जारी करेगा। 23 व 24 को विद्यार्थी फिर से पंजीकरण कर सकेंगे। इस दौरान विद्यार्थी अपने मनपसंद विषय का भी चयन कर सकेंगे। दूसरी मेरिट लिस्ट 25 को जारी होगी, जिसमें शामिल विद्यार्थी 26 तक फीस जमा करा सकेंगे। इसकी आनलाइन रिपोर्ट भी होगी। इसके बावजूद अगर सीटें खाली रहती हैं तो उनकी 27 को सूची जारी होगी और 28 और 29 को ओपन काउंसिलिग होगी। विश्वविद्यालय में बीटेक के कोआर्डिनेटर प्रो. अनिल बेरवाल ने बताया कि अगर विद्यार्थी के आवेदन में कोई कमी होगी तो विश्वविद्यालय उन्हें घर बैठे सूचना देगा, जिसके आधार पर वे दुरुस्त भी करा सकेंगे।
विश्वविद्यालय में बीटेक के दाखिले की प्रक्रिया को पूरी तरह से आनलाइन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय आने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना के चलते विद्यार्थियों को कोई परेशानी न हो, इसी के आधार पर यह प्रक्रिया होगी। इस प्रक्रिया में अगर कोई कमी रहती है तो विश्वविद्यालय ही विद्यार्थियों को उनकी जानकारी देकर दुरुस्त कराएगा।
- प्रो. राजेंद्रकुमार अनायत, कुलपति, डीसीआरयूएसटी, मुरथल।