13 दिन में ही दहाई से सैकड़ों में पहुंच गए कोरोना संक्रमित
जिले में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चुका है। रोजाना संक्रमितों का आंकड़ा आठ सौ पहुंच चुका है। जिले में 13 दिन पहले पांच जनवरी तक संक्रमितों के मिलने का आंकड़ा दहाई तक ही था लेकिन अब यह सैकड़ों में पहुंच चुका है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : जिले में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चुका है। रोजाना संक्रमितों का आंकड़ा आठ सौ पहुंच चुका है। जिले में 13 दिन पहले पांच जनवरी तक संक्रमितों के मिलने का आंकड़ा दहाई तक ही था लेकिन अब यह सैकड़ों में पहुंच चुका है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के टेस्ट बढ़ाए जाने के बाद संक्रमण दर गिरी है। मंगलवार को 326 नए संक्रमित मिले हैं और 420 मरीज ठीक हुए हैं। सोमवार को जिले की संक्रमण दर दिल्ली-एनसीआर के साथ ही प्रदेश में सबसे अधिक थी।
उपायुक्त ललित सिवाच ने बताया कि मंगलवार को जिले में 420 लोग कोरोना को हराकर स्वस्थ्य हुए और 326 नए संक्रमित मिले हैं। अब जिले में कोरोना वायरस के पाजिटिव मामलों का कुल आंकड़ा 51,959 हो गया है। अब तक जिले में 49,269 कोरोना मरीजों को ठीक होने के उपरांत डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब जिले में 2,433 एक्टिव केस हैं, जिसमें से 2,393 कोरोना पाजिटिव मरीज होम आइसोलेशन में हैं। मंगलवार को जांच की स्थिति
आरटीपीसीआर
कुल जांच----------1,595
रिपोर्ट आई---------1,832
संक्रमित मिले--------291 रैपिड एंटीजन टेस्ट
कुल जांच----------405
रिपोर्ट आई---------405
संक्रमित मिले--------35
कुल संक्रमण दर------15.88 प्रतिशत जनवरी में संक्रमण की स्थिति
तारीख-------नए मरीज
एक जनवरी------31
दो जनवरी-------05
तीन जनवरी------11
चार जनवरी-------33
पांच जनवरी-------131
छह जनवरी--------130
सात जनवरी-------191
आठ जनवरी-------143
नौ जनवरी---------146
10 जनवरी--------322
11 जनवरी---------182
12 जनवरी---------252
13 जनवरी---------420
14 जनवरी---------512
15 जनवरी---------403
16 जनवरी---------414
17 जनवरी---------799
18 जनवरी---------326 सिर्फ लक्षण वाले मरीजों के टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग का इस बार लक्षण वाले मरीजों की जांच पर ही जोर है। इससे संक्रमण दर बढ़ रही है। सोमवार को जिले में 1,141 लोगों की जांच की गई थी, इनमें से 799 लोग संक्रमित मिले। सोमवार को जिले में कोरोना की संक्रमण दर 81.38 प्रतिशत थी जो दिल्ली-एनसीआर के साथ ही प्रदेश में सबसे अधिक थी। मंगलवार को संक्रमण दर में सुधार देखने को मिला, यह 15.88 प्रतिशत रही। सिविल सर्जन का कहना है कि पिछली बार संक्रमितों के संपर्क में आने वालों के भी टेस्ट किए जाते थे लेकिन अब सिर्फ लक्षण वालों के टेस्ट हो रहे हैं, इससे संक्रमण दर बढ़ रही है। हर संक्रमित को फोन कर हाल-चाल पूछ रहे डाक्टर
इस बार हल्के लक्षण होने के कारण मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जा रहे हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने खंड वार डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की जिम्मेदारी लगाई है। डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी रोजाना अपने-अपने खंड में मिले संक्रमितों को फोन कर उनका हाल-चाल पूछते हैं और दवा व आराम करते हुए होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करने को कहते हैं। इसके साथ ही डाक्टर मरीजों को उपचार के लिए होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करवा रहे हैं। कोरोना के मरीजों में हल्का बुखार, खांसी-जुकाम, गले में खराश जैसे लक्षण ही सामने आ रहे हैं। मरीजों को घर में उपचार लेने की सलाह दी जा रही है। डाक्टर फोन पर मरीजों की निगरानी करते हैं और तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दे रहे हैं। लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज जरूर लगवानी चाहिए, यह कोरोना से ठीक होने में मददगार हैं।
- डा. जयकिशोर, सिविल सर्जन, सोनीपत