फर्जी फर्म बनाकर कारोबारी से की पांच करोड़ की ठगी
सीमेंट की टाइल्स बनाने वाली फर्म के बैंक चेकों का प्रयोग कर गन्नौर के एक कारोबारी ने पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी कर ली।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : सीमेंट की टाइल्स बनाने वाली फर्म के बैंक चेकों का प्रयोग कर गन्नौर के एक कारोबारी ने पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी कर ली। आरोपित ने अपने नौकरों और कर्मचारियों के नाम से फर्जी फर्म बनाई और उनके दिल्ली के फर्जी पते दर्शाए। आरोपित ने कारोबारी के नाम से कंपनी से सीमेंट मंगवाया और अपनी फर्जी फर्म को बिक्री दिखाकर धोखाधड़ी कर ली। गृहमंत्री के निर्देश के बाद आर्थिक अपराध शाखा ने जांच की तो आरोप सही पाए गए। उसके बाद 13 फर्म और आठ आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। यह है मामला :
सेक्टर-16 के रहने वाले सतीश दहिया ने बताया कि वह सीमेंट की टाइल्स बनाने का काम करते हैं। उनकी राई में महालक्ष्मी बिल्डर्स के नाम से कंपनी है। उनको 2012-13 में गन्नौर के गोयल सीमेंट स्टोर के संचालक विजय गोयल ने 10 रुपया सस्ता सीमेंट देने का भरोसा दिया था। उन्होंने 58 लाख रुपये देकर सीमेंट उनसे लेना शुरू कर दिया था। वह जेपी सीमेंट का होलसेलर था। उससे लगातार कारोबार चलता रहा। आरोप है कि इस दौरान उसको कई ब्लैंक चेक सिग्नेचर कराकर लिए गए थे। 2016 से बिगड़ी स्थिति :
सतीश दहिया 2016 में बीमार हो गए और अपनी फर्म की देखभाल नहीं कर सके। उनका आरोप है कि इस दौरान विजय गोयल ने महालक्ष्मी बिल्डर्स के डी-फार्म का दुरुपयोग करते हुए सीमेंट के बड़ी मात्रा में आर्डर कर दिए। इस सीमेंट को उसने बाजार में बेच दिया और उनकी फर्म की टाइल्स को भी बाजार में बेच दिया। उसने कई फर्म को इस सीमेंट और टाइल्स की फर्जी बिक्री दिखा दी और सीमेंट मंगवाने के लिए उनके द्वारा दिए गए ब्लैंक चेक का प्रयोग किया। नौकरों के नाम से बना ली फर्म :
जांच में सामने आया कि आरोपित विजय गोयल ने अपने नौकरों और कर्मचारियों के नाम से फर्जी फर्म बनवा ली। सोनीपत के रहने वाले कर्मचारियों का पता दिल्ली का दिखया गया। उनके यहां से सतीश दहिया की फर्म से तैयार माल की बिक्री दिखा दी गई, जबकि इस दौरान कोई माल बना ही नहीं था। इनको बनाया गया है आरोपित :
सतीश दहिया की शिकायत पर पुलिस ने सुनवाई नहीं की थी। उसके बाद गृहमंत्री को शिकायत दी गई। गृहमंत्री कार्यालय के निर्देश के बाद आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में जांच की और इसके बाद राई थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई। रिपोर्ट में अग्रवाल सेनेटरी और मारवल स्टोर गन्नौर, ग्लोबल इंटररप्राइज गन्नौर, गोयल सीमेंट स्टोर गन्नौर, बालाजी फेबरीकेट्स बड़ी, श्री श्याम सीमेंट स्टोर गन्नौर, गोवर्धन ओवरसीज नई दिल्ली, त्रिशला इम्पैक्स नई दिल्ली, आशु सेल्स नई दिल्ली, वीसी इंटरप्राइजेज, त्रिशला इम्पैक्स सोनीपत, आशु सेल्स दिल्ली, गोवर्धन ओवरसीज द्वितीय, रोशन लाल गुलाब कुमार दिल्ली आदि फर्म के साथ ही रोशनलाल, अनीता गुप्ता, धर्मेंद्र प्रकाश, सबल सिंह, रामचंद्र , अंशुल गोयल को आरोपित बनाया गया है। इन पर पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी का आरोप है। स्कूटर पर लदा दिखाया 200 बोरा सीमेंट :
आरोपित ने सीमेंट को मनमाने तरीके से फर्जी बिल काटकर सप्लाई दिखाया है। सीमेंट के 400-500 बोरों को छोटे वाहनों व कार के नंबरों पर सप्लाई दिखाया गया है। एक बाइक एचआर-10 वाई-2168 से भी सप्लाई दिखाई गई है। इस नंबर पर सीटी-100 बाइक पंजीकृत है। इस पर 200 बोरा सीमेंट की सप्लाई दिखाई गई है। शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा की रिपोर्ट के साथ ही संबंधित फर्मों की डिटेल बैंकों से ली जाएगी। इसमें थोड़ा समय लगेगा। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार शर्मा, एसएचओ, थाना राई।