Move to Jagran APP

निगम का कंप्यूटर ऑपरेटर कोरोना संक्रमित, सीएफसी एक सप्ताह के लिए बंद

नगर निगम के नागरिक सुविधा केंद्र (सीएफसी) में काम करने वाला कंप्यूटर ऑपरेटर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 06:07 PM (IST)
निगम का कंप्यूटर ऑपरेटर कोरोना संक्रमित, सीएफसी एक सप्ताह के लिए बंद
निगम का कंप्यूटर ऑपरेटर कोरोना संक्रमित, सीएफसी एक सप्ताह के लिए बंद

जागरण संवाददाता, सोनीपत : नगर निगम के नागरिक सुविधा केंद्र (सीएफसी) में काम करने वाला कंप्यूटर ऑपरेटर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। ऐसे में निगम में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव आए कंप्यूटर ऑपरेटर का कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है। मगर रिपोर्ट आने से पहले वह कई कर्मचारियों के संपर्क में था। सेंटर पर हर रोज करीब 200 लोग भी विभिन्न कामों के लिए पहुंच रहे थे। कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद भी निगम ने सीएफसी को एक सप्ताह तक बंद रखने का फैसला लिया है।

loksabha election banner

नगर निगम के कर्मचारी लॉकडाउन के समय से ही अलग-अलग जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। निगम के कई अधिकारी और कर्मचारी खाना वितरण में लगे हुए हैं। अलग-अलग जगहों पर रोजाना जरूरतमंद लोगों को खाना बांटा जा रहा है। ऐसे में निगम के कर्मचारी प्रतिदिन हजारों लोगों के संपर्क में आते हैं। वहीं, निगम के कई कर्मचारियों की ड्यूटी कोविड-19 से मरने वाले मरीजों के दाह संस्कार में भी लगाई गई है। फ्रंट लाइन में होने के बावजूद टेस्ट नहीं हुए : नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी फ्रंट लाइन में रह कर प्रतिदिन लोगों से जुड़े कामों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना संक्रमण के इतनी तेजी से फैलने के बावजूद निगम ने अपने कर्मचारियों को लेकर एहतियात नहीं बरत रही है। निगम के कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट भी नहीं कराया गया है। जिस कर्मचारी में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, उसे निजी तौर पर टेस्ट कराने के लिए कह दिया जाता है। वहीं, ऑफिस आने के लिए भी मना कर दिया जाता है लेकिन टेस्ट कराने से पहले वह कर्मचारी कई लोगों के संपर्क में आ जाता है। हालात सुधरने तक कार्यालय बंद करने की मांग : अधिकारियों ने सीएफसी को तो बंद कर देने का निर्णय ले लिया है। मगर निगम कर्मचारियों का कहना है कि हालात सुधरने तक मुख्यालय को बंद कर देना चाहिए। इसके बाद सभी कार्यालय को पूरी तरह से सैनिटाइज करवाना चाहिए। वहीं निगम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाना चाहिए। कई दिनों बाद कोरोना संक्रमण के लक्षण देरी से दिखाई पड़ते हैं जबकि संक्रमित व्यक्ति कई लोगों से अनजाने में संपर्क कर चुका होता है। कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि होने के बाद सीएफसी को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है। संपर्क में आए कर्मचारियों का टेस्ट कराया जाएगा। इसके बाद ही आगामी निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल निगम को सैनिटाइज भी करवा दिया गया है।

शंभू राठी, संयुक्त आयुक्त, नगर निगम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.