कोरोना संक्रमण के चलते अनाजमंडी और खरीद केंद्रों में नहीं पहुंचे किसान
कोरोना संक्रमण का असर अबकी बार सोनीपत की अनाजमंडी और खरीद केंद्रों पर भी दिखाई दिया। इसके चलते खरीद सीजन में क्षेत्र के सभी किसान अपना गेहूं लेकर नहीं पहुंचे।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : कोरोना संक्रमण का असर अबकी बार सोनीपत की अनाजमंडी और खरीद केंद्रों पर भी दिखाई दिया। इसके चलते खरीद सीजन में क्षेत्र के सभी किसान अपना गेहूं लेकर नहीं पहुंचे। यही वजह रही कि खरीद केंद्र अधिक होने के बाद भी एक लाख क्विंटल से अधिक गेहूं की आवक सोनीपत में कम हुई। अधिकारियों ने गत सीजन के अनुसार यह आंकलन निकाला है। उनका कहना है कि काफी किसानों के गांवों में गेहूं को बेचने के कारण आवक कम हुई है।
हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड सोनीपत के अंतर्गत हर वर्ष गेहूं की खरीद अनाजमंडी और चार केंद्रों पर होती थी। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन की ओर से अनाजमंडी के अलावा 10 खरीद केंद्र स्थापित किए थे। यही नहीं हर रोज दो सत्रों में 100 किसानों के लिए गेहूं लेकर आने का नियम लागू किया था। इसके बावजूद काफी किसान अपने गेहूं को लेकर अनाजमंडी और खरीद केंद्रों में नहीं पहुंचे। गत रबी सीजन में जहां सोनीपत में नौ लाख, 90 हजार 905 क्विंटल गेहूं की आवक हुई थी, वहीं अब की बार आठ लाख 83 हजार 600 क्विटल हुई है। यह आवक गत सीजन से एक लाख, सात हजार 305 क्विंटल कम है। ऐसे में इस बार हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड सोनीपत को फीस भी कम आई है। कोरोना संक्रमण के बीच गेहूं खरीद को लेकर सोनीपत में पुख्ता इंतजाम किए गए थे। अब की बार खरीद के साथ उठान भी बहुत जल्द हुआ। इस सीजन में गेहूं की आवक एक लाख क्विटल से ज्यादा कम हुई है। इस बार किसानों ने अनाजमंडियों की बजाय गांवों में भी गेहूं बेचा है, जिससे आवक कम हुई है।
- जितेंद्र कुमार, सचिव, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, सोनीपत