धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी हैं रोडवेज की सेवाएं
कोरोना महामारी के दौर में लोग अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए घरों से बाहर निकलने लगे हैं। इसका असर हरियाणा रोडवेज विभाग की बस सेवाओं पर भी पड़ा है।
जागरण संवाददाता, गोहाना : कोरोना महामारी के दौर में लोग अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए घरों से बाहर निकलने लगे हैं। इसका असर हरियाणा रोडवेज विभाग की बस सेवाओं पर भी पड़ा है। यात्री मिलने से धीरे-धीरे रोडवेज विभाग की सेवाएं पटरी पर लौटने लगी हैं। विभाग के गोहाना सब डिपो से 18 बसें अलग-अलग रूटों पर दौड़ने लगी हैं। बसों को लंबे रूटों पर न चला कर आसपास के जिलों तक चलाया जा रहा है।
लॉकडाउन में हरियाणा रोडवेज की बसों के परिचालन पर रोक लगा दी गई थी। लॉकडाउन के चौथे चरण और अनलॉक-1 में अधिकारियों ने अधिकतम 35 यात्रियों की शर्त के साथ बसें चलाने की छूट दी थी। शुरुआत में किसी भी रूट पर यात्री ही नहीं मिले, जिसके चलते अधिकारियों को बार-बार बसों को बंद करना पड़ा। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी कह चुके हैं कि अभी लोगों को सावधानी बरतते हुए कोरोना के साथ रहना है। लोग अब अपनी जरूरतें पूरी करने और काम करने के लिए इधर-उधर जाने लगे हैं। इसी के चलते रोडवेज विभाग को यात्री मिलने लगे व बसें सड़कों पर दौड़ने लगी हैं। गोहाना सब डिपो में कुल 40 बसों में से 18 बसों को सड़कों पर उतारा जा चुका है। गोहाना से सोनीपत रूट पर छह, गोहाना से रोहतक व पानीपत रूट पर छह, गोहाना-खरखौदा रूट पर दो, गोहाना-महम रूट पर दो, गोहाना-खानपुर कलां रूट पर एक और गोहाना-सफीदो रूट पर एक बस चालू की गई है। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की संख्या बढ़ते ही गोहाना से जींद व जुलाना रूट पर भी बसें चला दी जाएंगी। जून की तुलना में जुलाई में टिकटों की बिक्री में भी दस गुना बढ़ोतरी हुई है। सब डिपो से 18 बसों को विभिन्न रूटों पर चलाया जा रहा है। यात्रियों की संख्या बढ़ते ही अन्य रूटों पर बसें चला दी जाएंगी। फिलहाल गोहाना से रोहतक, जींद, सोनीपत, सफीदो, खरखौदा व महम तक बसें चलाई जा रही हैं।
- राजबीर सिंह, उप निरीक्षक, गोहाना सब डिपो।