गोहाना बाईपास के अलाइनमेंट सर्वे पर लगाई आपत्ति
मुख्यालय के अधिकारियों ने जल्द आपत्तियों को दूर करने और नए सिरे से रिपोर्ट भेजने को कहा। उच्च अधिकारियों ने जिन बिदुओं को चिन्हित करते हुए आपत्ति लगाई है जिले के अधिकारियों ने उन पर काम करना शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, गोहाना : लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने गोहाना में प्रस्तावित पश्चिमी बाईपास का अलाइनमेंट सर्वे करके जो रिपोर्ट मुख्यालय भेजी थी, उस पर कुछ बिदुओं को लेकर आपत्ति लगा दी गई है। मुख्यालय के अधिकारियों ने जल्द आपत्तियों को दूर करने और नए सिरे से रिपोर्ट भेजने को कहा। उच्च अधिकारियों ने जिन बिदुओं को चिन्हित करते हुए आपत्ति लगाई है जिले के अधिकारियों ने उन पर काम करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि खामियों को दूर करके जल्द रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी जाएगी। वहां से मंजूरी मिलने के बाद बाईपास के लिए जगह अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।
गोहाना शहर में पूर्व में पहले ही बाईपास बना हुआ है। प्रदेश सरकार ने फरवरी, 2019 में गोहाना के पश्चिमी बाईपास (वेस्टर्न पैरिफेरल) के लिए प्रशासनिक मंजूरी दी थी। प्रशासनिक मंजूरी मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग ने अलाइनमेंट सर्वे करवाया। यह सर्वे तीन जगह से किया गया। विभाग के जिला अधिकारियों ने करीब पांच माह पहले सर्वे की रिपोर्ट मुख्यालय भी भेज दी है। कोरोना महामारी के चलते करीब दो माह तक दफ्तर बंद रहे, जिसके चलते रिपोर्टों और फाइलों पर कोई काम नहीं हो पाया। दफ्तर खुलने पर उच्च अधिकारियों ने बाईपास के सर्वे की रिपोर्ट का अध्ययन किया तो कुछ खामियां मिलीं। अधिकारियों ने खामियों को चिन्हित करके हुए फाइल को वापस भेज दिया। जिला अधिकारियों का कहना है कि उच्च अधिकारियों ने जिन बिदुओं को लेकर आपत्ति लगाई है उन्हें जल्द पूरा करके रिपोर्ट दोबारा भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी पिछली कार्ययोजना में करीब पांच साल पहले गोहाना में पश्चिमी बाईपास की घोषणा की थी। पश्चिमी बाईपास बनने के बाद शहर के चारों तरफ बाईपास की सुविधा होगी। बाईपास बनने के बाद शहर में कम होगा वाहनों का दबाव
गोहाना शहर सोनीपत, रोहतक, पानीपत व जींद जिलों के नौ शहरों के सेंटर में है। पूर्व दिशा में बाईपास बना हुआ है। पश्चिमी में बाईपास नहीं होने के चलते दूसरे शहर से आने वाले भारी व छोटे वाहनों को शहर के बीच से होकर ही गुजरना पड़ता है। वाहनों का दबाव बढ़ने से शहर में जाम लगता है। पश्चिमी बाईपास बनाने के बाद शहर के चारों तरफ बाईपास हो जाएगा। इससे शहर में वाहनों का दबाव कम होगा और जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। अलाइनमेंट सर्वे की रिपोर्ट पर मुख्यालय ने कुछ बिदुओं ने आपत्ति लगाई है। रास्ते में आने वाले भवनों की जानकारी मांगी गई है। जल्द ही आपत्तियों को दूर करके रिपोर्ट भेज दी जाएगी। सर्वे रिपोर्ट मंजूर होते ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बाईपास करीब 238 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा।
- भूपेंद्र सिंह, कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, सोनीपत