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बेहद खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण

हवा में स्माग घुलने से पीएम 2.5 (पार्टीकूलेट मैटर 2.5 माइक्रोन) की मात्रा मंगलवार को दोपहर में 225 पर पहुंच गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 05:58 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:30 AM (IST)
बेहद खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण
बेहद खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण

जागरण संवाददाता, सोनीपत : हवा में स्मॉग घुलने से पीएम 2.5 (पार्टीकूलेट मैटर 2.5 माइक्रोन) की मात्रा मंगलवार को दोपहर में 225 पर पहुंच गई। यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। पीएम 2.5 सांस से सीधा रक्त में पहुंचने के कारण ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। इससे बचने के लिए विशेषज्ञों ने मास्क लगाने या चेहरे पर कपड़ा बांधने की सलाह दी है। हवा के विषाक्त होने के बावजूद शहर में जगह-जगह कूड़ा जलाया जा रहा है। इसके साथ ही सड़क निर्माण के चलते जगह-जगह तारकोल गर्म होने से स्मॉग बढ़ रहा है। जिम्मेदार अफसर चेतावनी जारी करने से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।

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स्मॉग और प्रदूषण रोकने को एक ओर जहां पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, वहीं प्रदूषण के अन्य कारणों को नियंत्रित नहीं किया जा रहा है। शहर में जगह-जगह प्लास्टिक और कूड़ा जलाया जा रहा है। सड़कों के किनारे निर्माण सामग्री पड़ी है। सड़क निर्माण के चलते शहर में तारकोल गर्म किया जा रहा है। इससे हवा में धूल और धुआं फैल गया है। मंगलवार दोपहर को पीएम 2.5 का स्तर 50 के सापेक्ष 225 हो गया। पीएम 2.5 की मात्रा बढ़ने से सांस लेना तक मुश्किल होने लगा। लोगों की आंखों में भी जलन होने लगी है।

विशेषज्ञों के अनुसार पीएम 10 के कण को नाक और श्वास नली में ही काफी हद तक रोक लिया जाता है। वहां से भी आगे पहुंच जाने पर उसको फेफड़े में फिल्टर कर लिया जाता है। इससे वह ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है। जबकि पीएम 2.5 का कण बेहद बारीक होता है। यह नाक, श्वास नली और फेफड़ों तक में नहीं रुक पाता है। ऐसे में सांस के साथ लिए गए कण सीधे रक्त में मिलकर शरीर में पहुंच जाते हैं। इनको रोकने के लिए मास्क लगाने या चेहरे पर कपड़ा बांधने की सलाह दी जाती है। पीएम 2.5 के शरीर में जाने से कई जानलेवा रोग होने की आशंका बढ़ जाती है।

मंगलवार को रेलवे के माल गोदाम के सामने कूड़े में दिनभर आग लगी रही। रेस्ट हाउस के पास कूड़े के ढेर में तीन दिन से लगातार आग लगाई जा रही है। सेक्टर 15 में राजीव नगर के सामने जगह-जगह कूड़ा एकत्र पर सड़क किनारे जलाया जा रहा है। इसके कारण काफी दूर तक धुआं फैला हुआ है। लगातार कूड़ा जलाए जाने के बावजूद किसी अधिकारी-कर्मचारी ने इसको गंभीरता से नहीं लिया।

यह सही है कि पीएम 2.5 का स्तर बढ़ गया है और यह ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। अब सर्दी बढ़ने पर इसके मानक में बढ़ोतरी होती ही है। इसके लिए लोगों को जागरूक होना होगा। कूड़े को आगे लगने से रोकने का हमारे पास कोई अधिकार नहीं है। हम मुख्यत: इंडस्ट्रीज से निकलने वाले प्रदूषण को देखते हैं। कोई शिकायत आती है तो नोटिस जारी कर दिया जाएगा।

- भूपेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।


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