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गेहूं उठान में फेल हो रहीं एजेंसियां

दो दिन मंडी बंद रहने के बाद खुली तो व्यवस्थाएं ठीक होने की उम्मीद जगी थी लेकिन उसके हालात एक बार फिर विकट होते दिखाई दे रहे हैं। मौसम किसानों की सांसें अटका रहा है। आढ़तियों का कहना है कि एजेंसी व सरकार की ओर से गेहूं को ढकने की व्यवस्था नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 06:37 PM (IST)
गेहूं उठान में फेल हो रहीं एजेंसियां
गेहूं उठान में फेल हो रहीं एजेंसियां

जागरण संवाददाता, सोनीपत : गेहूं की बंपर आवक के बीच खरीद एजेंसी एक बार फिर गेहूं उठान में फेल हो रही हैं जिस कारण आवक, खरीद व उठान का अंतर बढ़ रहा है। ऐसे में फिर से हालात बिगड़ सकते हैं। पहले भी व्यवस्थाएं बेपटरी होने के कारण गेहूं की खरीद शनिवार व रविवार को बंद करनी पड़ी थी। मंडी बंद होने के बावजूद खरीद एजेंसी गेहूं का उठान नहीं कर पाई हैं। सोमवार से मंडियों में किसानों की लाइनें लगी हैं जिसके कारण गेहूं के ढेर एक बार फिर से मंडियों व खरीद केंद्रों पर लगे हैं। अकेले सोनीपत अनाज मंडी में ही खरीदे गए डेढ़ लाख गेहूं के कट्टे खुले आसमान के नीचे रखे हैं। वहीं, हजारों मीट्रिक टन गेहूं मंडी में पड़ा है जिसकी खरीद होनी बाकी है।

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दो दिन मंडी बंद रहने के बाद खुली तो व्यवस्थाएं ठीक होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन उसके हालात एक बार फिर विकट होते दिखाई दे रहे हैं। मौसम किसानों की सांसें अटका रहा है। आढ़तियों का कहना है कि एजेंसी व सरकार की ओर से गेहूं को ढकने की व्यवस्था नहीं है। फिर मौसम खराब हुआ तो किसानों व आढ़तियों को गेहूं भीगने की चिता सताने लगी। आढ़तियों द्वारा अपने स्तर पर अनाज को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल की व्यवस्था भी की गई है। किसानों का कहना है कि एजेंसियां इस बार गेहूं खरीद में परेशान कर रही हैं। एजेंसी फूड एंड सप्लाई धीमी रफ्तार से चल रही हैं। बारदाना न होने की वजह से मंडी में गेहूं खरीदा नहीं जाता और उन्हें खुले में अनाज डालने को मजबूर होना पड़ता है, ऐसे में मौसम की मार पर पड़ सकती है।

गांवों में ही ग्राहक ढूंढ रहे किसान :

खरीद एजेंसियों की बेरुखी के कारण किसान गांवों में ही गेहूं बेचने के लिए ग्राहक खोज रहे हैं। कई किसान वाट्सएप ग्रुप व अन्य साइटों के माध्यम से भी गेहूं बेचने की इच्छा जता रहे हैं। कई किसान अपना अनाज जिले की मंडी में लाने की बजाय समालखा या आसपास की मंडी में लेकर पहुंच रहे हैं।

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गेहूं खरीद सुचारु रूप से हो रही है। उठान को लेकर भी एजेंसियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। वहीं, उठान से संबंधित रिपोर्ट समय-समय पर उच्च अधिकारियों को भी भेजी जा रही है। लापरवाही पर एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई का भी विकल्प है। किसानों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

जितेंद्र सैन, सचिव, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, सोनीपत

गन्नौर में बारदाना नहीं होने से रुकी खरीद

गन्नौर अनाज मंडी में बारदाना न आने की वजह से फूड एंड सप्लाई विभाग ने बुधवार को गेहूं खरीद के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं, इसलिए खरीद नहीं हो सकी। ऐसे में हैफेड ने मंगलवार को खरीदे गेहूं के उठान का ही काम किया। मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब बृहस्पतिवार को हैफेड गेहूं की खरीद करेगी। मार्केट कमेटी सचिव आशा रानी ने बताया कि बारदाना न होने की वजह से फूड एंड सप्लाई विभाग द्वारा गेहूं की खरीद नहीं की गई, लेकिन किसानों का गेहूं आढ़तियों ने उतरवा लिया है। उन्होंने बताया कि गन्नौर अनाज मंडी व सब खरीद केंद्र को मिला कर अब तक 90 प्रतिशत गेहूं की खरीद की जा चुकी है। पिछले वर्ष साढे लाख क्विंटल गेहूं की खरीद की गई थी, जबकि अब तक साढ़े पांच क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। वहीं अकेली गन्नौर अनाज मंडी में कुल एक लाख 85 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इसमें से एक लाख 35 हजार क्विटल गेहूं हैफेड ने खरीदा है। बारदाना न होने की वजह से फूड एंड सप्लाई विभाग ने केवल 50 हजार क्विटल गेहूं की ही खरीद की है।


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