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शीतला सप्तमी पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

शीतला सप्तमी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने सुबह धार्मिक स्थलों पर जाकर शीतला माता को भोग लगाया। शहर के कामी रोड स्थित काली माता मंदिर हनुमान नगर के पास स्थित मंदिर व शहर के अन्य धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 10:11 PM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 10:11 PM (IST)
शीतला सप्तमी पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
शीतला सप्तमी पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

जागरण संवाददाता, सोनीपत: शीतला सप्तमी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने सुबह धार्मिक स्थलों पर जाकर शीतला माता को भोग लगाया। शहर के कामी रोड स्थित काली माता मंदिर, हनुमान नगर के पास स्थित मंदिर व शहर के अन्य धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना की। महिलाएं मां की महिमा का गुणगान करते हुए पूजा करने पहुंचीं।

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पंडित तेजपाल वशिष्ठ ने बताया शीतला माता के स्वरूप को शीतलता प्रदान करने वाला माना गया है। मान्यता है कि माता की विधि-विधान पूजा करने से कई रोगों से मुक्ति मिलती है। खास तौर से चेचक और खसरा संक्रामक जैसे रोगों का व्यक्ति पर खतरा नहीं रहता है। मान्यतानुसार माता शीतला को ठंडी चीजें पसंद होने के कारण इस दिन उन्हें ठंडी चीजों का भोग लगाया जाता है। काली माता मंदिर में लगी रही कतार : शहर के प्रसिद्ध काली माता मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। शहरवासी दोपहर तक पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते रहे। मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद पाठक ने बताया कि श्रद्धालुओं को कोरोना संक्रमण के नियमों की पालना के लिए भी प्रेरित किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया। वार्षिक मेले का उठाया लुफ्त

संस, खरखौदा : गांव बिधलान में सप्तमी के अवसर पर शनिवार को वार्षिक मेले का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में जुटे श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन करने के साथ ही मेले का भी लुत्फ उठाया। शीतला माता मंदिर में गहरी आस्था होने के चलते लोग यहां परिवार की सुख-शांति की दुआ मांगने आते हैं।

बिधलान में सैकड़ों वर्ष पुराना माता शीतला का मंदिर है, जिसमें सामान्य दिनों में भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पूजा करने के लिए आते हैं, लेकिन होली के बाद सातवें व आठवें दिन लगने वाले वार्षिक मेले में मंदिर में आस्था रखने वाले श्रद्धालु जरूर मंदिर आकर माता के दर्शन कर मन्नतें मांगते हैं। शीतला माता मंदिर में बासी भोजन का भोग लगाया जाता है, जिसमें बाजार से खरीदने के बजाए घर पर ही श्रद्धालुओं द्वारा तैयार किया जाता है। श्रद्धालु अपने हाथों से ही माता को इसका भोग लगाते हैं। इस दौरान नरेंद्र शास्त्री, नरेश कुमार, प्रवेश कुमार, मास्टर अशोक, सुरेंद्र, रामकुमार, कुलवंत, अमित मौजूद रहे।


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