कार्य बहिष्कार पर जलापूर्तिकर्मी, शहर में गहराया जल संकट
जलापूर्ति कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार पर जाने के कारण शहर के कई हिस्सों में पेयजल संकट गहरा गया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : जलापूर्ति कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार पर जाने के कारण शहर के कई हिस्सों में पेयजल संकट गहरा गया। अनुबंध पर लगे कर्मचारी बीते पांच माह से वेतन न मिलने की वजह से आक्रोशित हैं। जलापूर्ति में लगे 30 से ज्यादा कर्मचारी दो दिन से कार्य बहिष्कार पर हैं। वहीं, शहर में पेयजल की किल्लत होने के बाद नगर सुधार मंच के सदस्य सदर थाना के पास स्थित बूस्टर पर धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे नगर निगम के संयुक्त आयुक्त व अन्य अधिकारियों ने दूसरे कर्मचारियों को बूस्टर चलाने भेजा जिससे शहर के कई हिस्सों में पेयजल की सप्लाई हुई लेकिन कई क्षेत्रों में समस्या बनी रही। कर्मचारियों ने मुरथल अड्डा स्थित जलघर पर एकत्रित होकर नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं, कर्मचारी यूनियन ने बुधवार को पेयजल आपूर्ति व सीवर व्यवस्था पूरी तरह ठप रखने की चेतावनी दी है।
हरियाणा गर्वनमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के जिला प्रधान विष्णु दत्त ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग से नगर निगम सोनीपत में प्रतिनियुक्ति पर आए जलापूर्ति के कच्चे कर्मचारियों को जनवरी से मई तक पांच महीने से अभी तक कोई वेतन नहीं दिया है। इसके विरोध में जलापूर्ति के कार्य में लगे कर्मचारियों ने मुरथल अड्डे के जलघर पर इकट्ठे होकर भारी रोष व्याप्त किया। वहीं, कर्मचारियों का आरोप है कि जब अधिकारियों से वेतन के संबंध में फोन पर बात की तो एक अधिकारी ने वेतन मांगने की सूरत में नौकरी से हटाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। वहीं, निगम के एक उच्च अधिकारी पर आरोप लगाया है वह उनके पास काम ही नहीं करते। कर्मचारियों का कहना है कि अगर मामला नहीं सुलझता है तो तीन जून को पेयजल व सीवर व्यवस्था पूर्णतया ठप रहेगी। जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम अधिकारियों की होगी। टेंडर को लेकर कुछ तकनीकी खामी थी। इसकी फाइल उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। जल्द ही कर्मचारियों को वेतन दे दिया जाएगा।
- अशोक रावत, कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग