दिनभर वायरल होता रहा उपभोक्ताओं का बिजली बिल पेटीएम से जमा नहीं होने का मैसेज, अधिकारी बोले फर्जी मैसेज
उपभोक्ता बिजली दफ्तरों में संपर्क करके जानकारी लेते रहे। शाम को कारपोरेशन के अफसरों ने स्पष्ट किया कि निगम के पत्र काे ठीक से नहीं समझ पाने के कारण यह गलतफहमी हुई है। पेटीएम से बिल पहले ही की तरह जमा होंगे और तत्काल अपडेट भी होंगे।
सोनीपत [डीपी आर्य]। उपभोक्ताओं का बिजली बिल पेटीएम से जमा नहीं हो पाने का मैसेज सोमवार को दिनभर वायरल होता रहा। मैसेज के साथ ही बताया गया कि पेटीएम से जमा कराया गया बिल कई महीनों तक अपडेट नहीं होगा। ऐसे में उपभोक्ताओं को दोबारा बिल का भुगतान करना पड़ेगा। मैसेज के साथ परवार कारपोरेशन का एक पत्र भी वायरल होता रहा। दिनभर उपभोक्ता बिजली दफ्तरों में संपर्क करके जानकारी लेते रहे। शाम को कारपोरेशन के अफसरों ने स्पष्ट किया कि निगम के पत्र काे ठीक से नहीं समझ पाने के कारण यह गलतफहमी हुई है। पेटीएम से बिल पहले ही की तरह जमा होंगे और तत्काल अपडेट भी होंगे।
सरकार और पावर कारपोरेशन आनलाइन ट्रांजक्शन को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे एक ओर जहां लोगों को बिल जमा कराने के लिए घंटों लाइनों में नहीं लगना पड़ता है, वहीं उपभोक्ताओं के पास भी बिल जमा करने का रिकार्ड आनलाइन सुरक्षित रहता है। सोनीपत में हर महीने करीब 27 हजार उपभोक्ता पेटीएम से अपना बिल जमा कराते हैं। सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ। मैसेज में कहा गया था कि पावर कारपोरेशन ने पेटीएम से बिल जमा कराने पर रोक लगा दी है। पेटीएम से जो उपभोक्ता बिल जमा कराएंगे, उनका बिल स्वीकार नहीं किया जाएगा। पेटीएम से जमा हो रहा बिल कई महीने तक अपडेट नहीं होगा। ऐसे में उपभोक्ताओं को दोबारा से बिल जमा कराना होगा। इसके साथ में पावर कापोरेशन का एक पत्र वायरल हो रहा है। 10 सितंबर को जारी इस पत्र पर पावर कारपोरेशन के पंचकूला आफिस में तैनात बिलिंग एंड कलेक्शन के एओ योगेश लोचब के हस्ताक्षर हैं।
इस मैसेज और विभागीय पत्र के चलते आनलाइन बिल जमा कराने वाले विद्युत उपभोक्ताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हो गए। वह कारपोरेशन के अफसरों, कार्यालयों और कंट्रोल रूम पर संपर्क करके दिनभर इसकी जानकारी लेते रहे। यह स्थिति पूरे प्रदेश में रही। इसके चलते शाम को कारपोरेशन अफसरों ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पेटीएम से पहले की तरह ही बिल जमा होंगे। वह पहले ही की तरह अपडेट और स्वीकार्य होंगे। पेटीएम से बिल जमा कराने वालों को दोबारा से बिल भरने की जरूरत नहीं होगी। विभाग के पत्र को सही से न समझ पाने के कारण यह भ्रम की स्थिति पैदा हुई।
अधीक्षण अभियंता पावर कारपोरेशन का बयान
पेटीएम और पावर कारपोरेशन की मध्यस्थता करने वाली एजेंसी को बदला गया है। यह पावर कारपोरेशन और पेटीएम के बीच का आपसी समझौता है। इससे पावर कारपोरेशन के उपभोक्ता और पेटीएम किसी स्तर पर प्रभावित नहीं हो रहे हैं। पत्र को सही से न समझने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। उपभोक्ता पहले की तरह ही पेटीएम से बिल जमा कराएं, उनको कोई परेशानी नहीं आएगी।
- संदीप कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता - पावर कारपोरेशन।