सिंघु बार्डर पर किसानों की वापसी के जुलूस में देखे गए भिंडरावाले के पोस्टर
Kisan Andolan End News निहंग जत्थेबंदियों की वापसी के जुलूस में भिंडरावाले के पोस्टर देखे जा रहे हैं। सिंघु बार्डर पर निहंग जत्थेबंदियों के जुलूसा के पीछे गुरुग्रंथ साहिब की पालकी और जुलूस भी चल रहा है।
नई दिल्ली/सोनीपत [संजय निधि]। दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर पर किसानों का आंदोलन स्थगित होने के बाद पंजाब और हरियाणा के प्रदर्शनकारी वापस लौटने लगे हैं। इस बीच निहंग जत्थेबंदियों की वापसी जुलूस में भिंडरावाले के पोस्टर देखे जा रहे हैं। सिंघु बार्डर पर निहंग जत्थेबंदियों के जुलूसा के पीछे गुरुग्रंथ साहिब की पालकी और जुलूस भी चल रहा है। जागरण संवाददाता के अनुसार, एकसाथ घर वापसी से जीटी रोड की एक ओर की साइड पर जाम लगा हुआ है और फिलहाल धीरे-धीरे किसान पंजाब और हरियाणा की ओर बढ़ रहे हैं।
बता दें कि तकरीब 37 साल पहले कट्टरपंथी दमदमी टकसाल के 14वें प्रमुख भिंडरांवाला और उनके हथियारबंद समर्थकों को काबू में करने के लिए भारतीय सेना ने अमृतसर के दरबार साहिब में आपरेशन ब्लू स्टार चलाया था। इसमें जनरैल सिंह भिंडरांवाला की मौत हो गई थी। यह भी बता दें कि जरनैल सिंह का जन्म 1947 में फरीदकोट जिले के रोद गांव में हुआ था. वह एक बराड़ जाट परिवार था जो पुराने समय से ही टकसाल से जुड़ा हुआ था
वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन समाप्ति की घोषणा किए जाने के साथ ही किसानों ने शुक्रवार से ही तेजी से अपने टेंट-झोपड़ियों को उखाड़ना शुरू कर दिया था। आधिकारिक तौर पर मोर्चा ने शनिवार को वापसी का एलान किया है, लेकिन शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में किसानों की रवानगी हुई। प्रदर्शन में शामिल किसान कुंडली बार्डर से शनिवार सुबह नौ बजे फतेह जुलूस निकालते हुए पंजाब की ओर रवाना होंगे। इसके लिए ट्रैक्टर-ट्रालियों, ट्रकों और अन्य वाहनों से किसान केजीपी-केएमपी के पुल के नीचे जीटी रोड पर जुटे हैं।
गुरुवार को प्रदर्शन समाप्ति की घोषणा के बाद से शुक्रवार शाम तक करीब 100 ट्रैक्टर-ट्रालियां और बड़े ट्रकों में सामान भरकर प्रदर्शनकारी अपने घरों को रवाना हुए। शुक्रवार शाम तक कुंडली बार्डर पर प्रदर्शन स्थल का करीब आधा हिस्सा खाली हो गया था। हालांकि, हाईवे को सुचारु रूप से चालू होने में वक्त लगेगा।