किसान आंदोलनः कुंडली बार्डर पर आम लोगों के लिए कब से सामान्य होगा यातायात, यहां जानिए ताजा अपडेट्स
Kisan Andolan End Update कुंडली बार्डर पर एक साल से ज्यादा समय से चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन बेशक स्थगित हो गया है लेकिन रास्ता खुलने में अभी समय लगेगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बार्डर पर यातायात सामान्य होने में कम से कम चार-पांच दिन लग सकता है।
सोनीपत [संजय निधि]। Kisan Andolan End Update: दिल्ली-हरियाणा बार्डर (कुंडली बार्डर) पर एक साल से ज्यादा समय से चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन बेशक स्थगित हो गया है लेकिन रास्ता खुलने में अभी समय लगेगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुंडली बार्डर पर यातायात सामान्य होने में कम से कम चार-पांच दिन लग सकता है। इसकी मुख्य वजह रोड पर टेंट और बैरिकेडिंग है।
मिली जानकारी के अनुसार, आंदोलनकारियों ने करीब एक किलोमीटर के दायरे में रोड को खोद कर टेंट गाड़ रखा है। रोड पर किसानों ने कब्जा करके रखा है। जबकि बार्डर पर बैरिकेडिंग से भी रोड खराब हो गए हैं। रोड पर किसानों को सामान समेटने और टेंट उखाड़ने में करीब पांच दिन लग सकते हैं। टेंट उखड़ने और रोड खाली होने के बाद ही ट्रैफिक को आम लोगों के लिए खोला जाएगा। सोनीपत पुलिस का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने जो बैरिकेडिंग कर रखी है वह वही बता सकती है कितना दिन लगेगा लेकिन सोनीपत की सीमाओं पर कोशिश रहेगी यातायात जल्द ही खोला जाए।
किसान नेताओं ने बताया कि शुक्रवार को दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंत्येष्टि के कारण कोई किसान खुशी नहीं मनाएगा। उनके निधन पर शोक जताया जाएगा। इसलिए शुक्रवार को घर वापसी नहीं करेंगे। हालांकि कुछ लोग टेंट आदि हटाने लगे हैं और सामान भी समेट रहे हैं, वापसी भी शुरू हो गई है। अब आंदोलन खत्म होने के बाद लाखों लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जगी है। माना जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर आवागमन पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा।
बता दें कि कुंडली बार्डर पर एक साल से अधिक समय से आंदोलनकारी नेशनल हाइवे को बंद कर वहां पर धरना दे रहे हैं। रोड बंद होने की वजह से हजारों लोगों पर इसका असर पड़ा है। रोड के किनारे की दुकानें और पेट्रोल पंप लगभग बंद हो गई हैं। यहां नौकरी करने वाले भी बेरोजगार हो चुके हैं। जिन लोगों को दिल्ली से हरियाणा जाना होता है उन्हें लंबा सफर करना पड़ेगा है।