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चुनाव वाले राज्यों में भाजपा का विरोध करेगा किसान मोर्चा

धरनास्थल पर मौजूद प्रदर्शनकारी भी काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बताया कि जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं वहां भी संयुक्त मोर्चा के सदस्य जाएंगे और भाजपा का विरोध करेंगे।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 09:30 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 09:30 PM (IST)
कुंडली बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में लिया गया निर्णय, 15 मार्च तक के कार्यक्रम तय।

साेनीपत [संजय निधि]। संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को कुंडली बार्डर पर बैठक कर नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के अगले चरण का ऐलान किया है। 15 मार्च तक के लिए घोषित किए आंदोलन में 6 मार्च का केएमपी को पांच घंटे के लिए जाम करने के अलावा विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा व उसकी सहयोगी पार्टियों का विरोध करने की घोषणा की है। इसकी शुरुआत 12 मार्च को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से होगी।

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संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय समिति की बैठक में आंदोलन की आगामी रणनीति पर चर्चा की गई और फिर आंदोलन के अगले चरण का ऐलान किया गया। इसकी जानकारी देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, योगेंद्र यादव, अभिमन्यु कोहाड़, धर्मेंद्र मलिक, रमजान चौधरी, जोगेंद्र नैन और डाॅॅ. दर्शनपाल ने बताया कि 6 मार्च को आंदोलन के 100 दिन पूरे हो रहे हैं। इस दिन सुबह 11 से शाम चार बजे तक केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे को जगह-जगह जाम किया जाएगा। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे इस दिन अपने घरों के ऊपर काले झंडे लगाकर कृषि कानूनों का विरोध करें।

धरनास्थल पर मौजूद प्रदर्शनकारी भी काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बताया कि जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां भी संयुक्त मोर्चा के सदस्य जाएंगे और भाजपा का विरोध करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे किसी दूसरी पार्टी को वोट देने नहीं कहेंगे, वे केवल भाजपा के विरोध की अपील करेंगे। इसकी शुरुआत कोलकाता से होगी।

12 मार्च को कोलकाता में एक किसान रैली आयोजित की जा रही है, जिसमें मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य जाएंगे। उसी दिन मोर्चा की ओर से पश्चिम बंगाल के सभी 294 विस क्षेत्रों के लिए एक-एक वैन भी रवाना होगी, जो इस अपील को लेकर वहां के वोटरों के बीच जाएगी। इसी तरह चुनाव वाले दूसरे प्रदेशों में भी मोर्चा के सदस्य जाएंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आठ मार्च को धरनास्थलों की कमान महिलाओं के हाथों में होगी। मोर्चा के सदस्यों ने दोहराया कि अगर सरकार नया प्रस्ताव देगी, तो वे वार्ता के लिए अवश्य जाएंगे।

5 मार्च से एमएसपी दिलाओ अभियान

आंदोलन की जानकारी देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि मोर्चा एमएसपी दिलाओ अभियान चलाएगा। 5 मार्च को इसकी शुरुआत कनार्टक के गुलबर्गा से की जाएगी। इस दौरान वहां के किसान अपनी फसल को लेकर मंडी जाएंगे और सरकार से एमएसपी पर फसल खरीदने की मांग करेंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार ने रागी पर 3295 रुपये एमएससपी घोषित कर रखी है, जबकि वहां के किसानों को मात्र 1995 रुपये मिल रहा है। अगर देश में एमएसपी लागू है, तो फसल कम दाम पर क्यों बिक रही है। इसके बाद यह अभियान महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्यप्रदेश से होते हुए देशभर में चलेगा।

ट्रेड यूनियनों के प्रदर्शन को मोर्चा का साथ

संयुक्त किसान मोर्चा ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर भी आंदोलन चलाएगा। इसको लेकर मोर्चा की करीब 10 ट्रेड यूनियनों के साथ बैठक हो चुकी है। इसमें तय हुआ है कि 15 मार्च को निजीकरण व कारपोरेटाइजेशन के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के रेलवे स्टशेनों के बाहर होने वाले प्रदर्शन में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और आंदोलनरत किसान भी शामिल होंगे। इसके अलावा 15 मार्च को ही मोर्चा के नेतृत्व में मेवात में एक महापंचायत का भी आयोजन होगा।


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