विद्यार्थियों को तनाव प्रबंधन में अभी से करें पारंगत : अनिल
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के स्टेट काउंसलर अनिल मलिक ने कहा कि आज कल छात्र परीक्षा की तैयारियों को लेकर तनाव में हैं। अभिभावकों व अध्यापकों का यह कर्तव्य है कि वह छात्रों को तनाव प्रबंधन सिखाए।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के स्टेट काउंसलर अनिल मलिक ने कहा कि आज कल छात्र परीक्षा की तैयारियों को लेकर तनाव में हैं। अभिभावकों व अध्यापकों का यह कर्तव्य है कि वह छात्रों को तनाव प्रबंधन सिखाए। जीवनभर तनाव प्रबंधन का पाठ छात्रों के काम आएगा। उनको केवल परीक्षा में नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में तनाव का सामना करना होगा। वह बृहस्पतिवार को वेबिनार के माध्यम से अध्यापकों को तनाव प्रबंधन की जानकारी दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि जीवन हो या परीक्षा का इंतजार, तनाव के हमेशा ही सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होते हैं। सकारात्मक पहलू संभावित खतरों के प्रति हमें अधिक सतर्क व जागरूक रखने में सहायक होते हैं। हमारी कार्य क्षमता को बढ़ाते हैं और ऊर्जा संचारित करते हैं। विद्यार्थियों को बेहतर तनाव प्रबंधन तकनीक के साथ ही यह जानना आवश्यक है कि तनाव के प्रभाव से एकाग्रता की कमी, स्मरण शक्ति में कमजोरी, नकारात्मक दृष्टिकोण, संशय, अत्यधिक चिता बढ़ने से एकाग्रता में समस्या आती है। बेहतर एकाग्रता के साथ ही पढ़ने की तकनीकी का जानना जरूरी है। अपनी कमियों को पहचानते हुए बेहतर समय सारणी तैयार करें। पूर्ण आत्मविश्वास और बेहतर समय प्रबंधन का सदुपयोग करें।
सुबह जल्दी उठे, जिस बात की फ्रिक ज्यादा होती है उसे बिदुवार लिखे, समाधान ढूंढने के लिए गंभीर होकर विचार करें। छात्रों को समझाएं कि स्मरण शक्ति बढ़ाना कठिन नहीं है। अपनी जीवनशैली में थोड़ा सा बदलाव करके स्मरण शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। अभिभावक अपनी महत्वाकांक्षा से बच्चों को बोझिल ना करें। किसी से तुलना नहीं करें और प्रतिस्पर्धा के लिए हमेशा तैयार रहें। कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा व प्रिसिपल अंजू रोहिल्ला ने की। सहायक कार्यक्रम अधिकारी धर्मपाल, स्कूल प्रबंधक आदित्य रोहिल्ला और मुख्य अध्यापिका जया मौजूद रहे।