दिग्विजय चौटाला के पहुंचने से पहले गेटों को किया बंद
इनेलो की विद्यार्थी इकाई इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला गुरुवार को गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला विश्वविद्यालय में छात्राओं को संबोधित करने पहुंचे। चौटाला के पहुंचने से पहले विवि के गेटों पर ताले लगा दिए गए। चौटाला ने विवि के गेट के बाहर ही पहले से मौजूद सैकड़ों छात्राओं को संबोधित किया। बाद में विवि प्रशासन ने गेटों के ताले खुलवा दिए और चौटाला रजिस्ट्रार से मिले
जागरण संवाददाता, खानपुर कलां(सोनीपत): इनेलो की विद्यार्थी इकाई इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला गुरुवार को गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला विश्वविद्यालय में छात्राओं को संबोधित करने पहुंचे। चौटाला के पहुंचने से पहले विवि के गेटों पर ताले लगा दिए गए। चौटाला ने विवि के गेट के बाहर ही पहले से मौजूद सैकड़ों छात्राओं को संबोधित किया। बाद में विवि प्रशासन ने गेटों के ताले खुलवा दिए और चौटाला रजिस्ट्रार से मिले।
इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष जस¨वद्र खैरा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जोनी लठवाल और इनसो महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मंजु जाखड़ के साथ महिला विश्वविद्यालय में पहुंचे। वह छात्र संघ के चुनाव सीधे करवाने की मांग को लेकर इनसो के लिए महिला विवि की छात्राओं का समर्थन जुटाना चाहते थे। चौटाला के कार्यक्रम को लेकर तैयारी भी पूरी थी और उन्होंने मुख्य गेट पर छात्राओं को संबोधित करना था। इसके लिए बड़ी संख्या में छात्राएं भी जुट गई थीं। चौटाला जैसे ही विवि पहुंचे तो दोनों मुख्य गेटों को बंद करके ताले लगा दिए गए। छात्राओं को बाहर नहीं आने दिया गया। पहले ही जो छात्राएं बाहर आ चुकी थीं, चौटाला ने उनको संबोधित किया।
चौटाला ने कहा कि विवि प्रशासन छात्राओं के अधिकारों का हनन कर रहा है और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने छात्राओं से संगठित होकर अपने हकों के लिए संघर्ष करने की अपील की। चौटाला ने कहा कि इनेलो की सरकार बनने पर जो लोग छात्राओं की आवाज दबा रहे हैं, उनको जवाब दिया जाएगा। चौटाला के संबोधन के बाद गेट खोल दिए गए। इसके बाद दो गाड़ियों में चौटाला व कुछ कार्यकर्ता महिला विवि की रजिस्ट्रार इप्शिता बंसल के कार्यालय पहुंचे। विश्वविद्यालय के गेटों पर ताले नहीं लगवाए गए। यह आरोप सिरे से गलत है। दिग्विजय ने मिलने की इच्छा जाहिर की थी। इस पर उन्हें कार्यालय में बुला लिया।
इप्शिता बंसल, रजिस्ट्रार, महिला विश्वविद्यालय