कुर्सी और लालबत्ती की गाड़ी के लालच में गंवाई जीवनभर की जमापूंजी
कुर्सी और लालबत्ती वाली गाड़ी के लालच में गोहाना के गांव खानपुर कलां के निजी आयुर्वेद चिकित्सक डा. जयभगवान शर्मा अपनी जीवनभर की जमापूंजी गंवा बैठे। दो लोगों ने उन्हें अपने जाल में फंसाकर आयुर्वेद बोर्ड का चेयरमैन बनवाने का लालच दिया और 50 लाख रुपये ठग लिए।
जागरण संवाददाता, गोहाना : कुर्सी और लालबत्ती वाली गाड़ी के लालच में गोहाना के गांव खानपुर कलां के निजी आयुर्वेद चिकित्सक डा. जयप्रकाश शर्मा अपने जीवनभर की जमापूंजी गंवा बैठे। दो लोगों ने उन्हें अपने जाल में फंसाकर आयुर्वेद बोर्ड का चेयरमैन बनवाने का लालच दिया और 50 लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों के मोबाइल बंद मिलने और कुछ दिन पहले झज्जर पुलिस ने ठग गिरोह के एक व्यक्ति को पकड़ा तो उन्हें ठगी की जानकारी हुई। डा. शर्मा ने एसपी को शिकायत दी है। इस पर गोहाना शहर थाने में दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
डा. जयप्रकाश शर्मा पहले गोहाना में जनता क्लीनिक संभालते थे। उन्होंने तीन-चार साल पहले अपने गांव खानपुर कलां से सटे गांव कासंडी में आर्या क्लीनिक शुरू किया था। डा. शर्मा की इच्छा थी कि कि उन्हें पावरफुल कुर्सी और लालबत्ती वाली गाड़ी मिले। डा. शर्मा की इच्छा से उनके जानकार वाकिफ थे। यह बात ठग गिरोह तक पहुंच गई। इसके बाद प्रदीप दीक्षित और चतुर्भुज गर्ग नाम के व्यक्तियों ने उनसे मोबाइल पर संपर्क किया। बातचीत होने के बाद दोनों वीआइपी नंबर की लग्जरी गाड़ी में उनसे मिलने गोहाना आए। दोनों ने डा. शर्मा को 20 दिन में आयुर्वेद बोर्ड, हरियाणा का चेयरमैन बनवाने का सपना दिखाया। इसकी एवज में 50 लाख रुपये मांगे। डा. शर्मा ने कहा कि वे इतने रुपये एकसाथ नहीं दे सकते। इस पर ठगों ने दो किस्तों में रुपये देने का आफर दिया। उन्होंने ठगों से मुलाकात के दो दिन बाद रिश्तेदारों और जानकारों से जुटाकर 25 लाख रुपये दे दिए। ठगों ने उन्हें बाकी के रुपये जल्द देने को कहा। इसके बाद उन्होंने अपने दोस्त प्रवीन वत्स से 25 लाख रुपये उधार लेकर दोनों को दे दिए। रुपये का लेन-देन गोहाना में खानपुर मोड़ निकट एक कार्यालय में हुआ। दूसरी किस्त देने के दौरान डा. शर्मा के दोस्त प्रवीन वत्स भी उनके साथ रहे। काफी दिन बीतने पर चेयरमैन नहीं बनाए जाने पर उन्होंने रुपये वापस मांगने शुरू किए। इसके बाद आरोपितों ने मोबाइल स्विच आफ कर लिए। डा. शर्मा ने झज्जर पुलिस द्वारा इसी तरह के मामले में ठग गिरोह के एक आरोपित की गिरफ्तारी का पता चला तो उन्हें भी अपने साथ ठगी का अहसास हुए। इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। सवा साल पहले हुआ था लेनदेन
डा. जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि रुपये का लेनदेन करीब सवा साल पहले हुआ था। उन्होंने 25 लाख रुपये 28 अक्टूबर, 2020 में दिए थे। दूसरी किस्त के रुपये नवंबर में दिए गए। कई माह तक काम नहीं हुआ। आरोपित बहाने बना कर उनका काम जल्द कराने का भरोसा देते रहे। मोबाइल स्विच आफ मिलने पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। मुलाकात में मोबाइल रखवा देते थे बाहर
आरोपित इतने शातिर थे कि वे जब भी वे डा. जयप्रकाश शर्मा से मुलाकात करने आते उनके मोबाइल को कमरे से बाहर रखवा देते थे। उनके मोबाइल को स्विच आफ करवा दिया जाता था। आरोपित डा. शर्मा से सीधे मुलाकात नहीं करते थे। वे डा. शर्मा को अपने ठिकाने पर बुलाते थे। 50 लाख रुपये की ठगी के मामले में डाक द्वारा शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
- बदन सिंह, एसएचओ, शहरी थाना, गोहाना सस्ता पान मसाला देने नाम पर की ठगी
जागरण संवाददाता, सोनीपत : गांव मुरथल के युवक से सस्ता पान मसाला देने के नाम पर उससे 10 हजार 400 रुपये ठगने का मामला सामने आया है। युवक ने फेसबुक पर विज्ञापन देखकर आरोपित से संपर्क किया था। राई थाना पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गांव मुरथल के रहने वाले अतुल ने राई थाना पुलिस को बताया कि वह दुकानों और ढाबों पर पान मसाला सप्लाई करता है। उसने 29 दिसंबर, 2021 को फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा था, जिसमें मार्केट से काफी सस्ता पान मसाला बेचा जा रहा था। उसने विज्ञापन में दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो फोन रिसीव करने वाले ने अपना नाम शेखर गुप्ता बताया था। आरोपित ने उसे बताया था कि वह झूंडपुर की कंपनी में काम करता है। इस पर उसने पान मसाला लेने के लिए आरोपित द्वारा दिए गए बैंक खाते में दो बाद में 5200-5200 रुपये भेज दिए। आरोपित ने वाट्सएप नंबर पर उसके नाम से बिल भी भेज दिया। हालांकि सामान नहीं भेजा गया। उसने सामान भेजने को कहा तो वह हर बार कल-परसों भेजने का झांसा देता रहा। बाद में आरोपित ने फोन उठाना बंद कर दिया। इस पर उसने पुलिस को अवगत कराया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ अमानत में खयानत और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।