ट्रैक्टर मार्च में पूरी ताकत दिखाएंगे किसान, शांत बनाए रखने की अपील
तीन कृषि कानून रद कराने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों व सरकार के बीच पिछले कुछ दिनों से लगातार चल रही बातचीत आगे के लिए फिलहाल बंद हो गई है। 11वें दौर की बैठक के बाद अगली तारीख अभी नहीं मिली है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : तीन कृषि कानून रद कराने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों व सरकार के बीच पिछले कुछ दिनों से लगातार चल रही बातचीत आगे के लिए फिलहाल बंद हो गई है। 11वें दौर की बैठक के बाद अगली तारीख अभी नहीं मिली है। इसे देखते हुए किसानों ने भी सरकार को ट्रैक्टर मार्च से ताकत दिखाने का फैसला कर लिया है। हालांकि परेड को शांतिपूर्ण तरीके निकालने की चिता अभी किसान नेताओं को बनी हुई है। इसके लिए ही युवाओं से शांति व्यवस्था बनाए रखने की सबसे ज्यादा अपील की जा रही है।
किसान पिछले 58 दिनों से आंदोलन कर रहे है और कुंडली बार्डर पर जीटी रोड को बंद कर डटे हुए हैं। 11वें दौर की बैठक से किसानों व सरकार के बीच गतिरोध बढ़ गया है। अब सरकार को गणतंत्र दिवस की किसान ट्रैक्टर मार्च से अपनी ताकत दिखाएंगे। किसान नेताओं को उम्मीद है कि यह ट्रैक्टर मार्च ऐतिहासिक होगी और इसमें देशभर के लाखों किसान शामिल होंगे। दिल्ली पुलिस के साथ बैठक में भी स्पष्ट कर दिया गया है कि आउटर रिग रोड पर ही परेड निकलेगी। अगर सरकार ने व्यवधान डाला, तो यह उनकी जिम्मेदारी होगी। किसान नेता कुलवंत संधू ने कहा कि अब आंदोलन लंबा चलेगा। उन्होंने सभी गांवों के नौजवानों से अपील की कि कोई भी गांव में न रहें। सभी युवा 24 जनवरी तक आंदोलन स्थल पर पहुंचे। ट्रालियां में गद्दे, पराली भरकर लाएं, ताकि ठंड से परेशानी न हो। इसी तरह किसान नेता डा. दर्शनपाल ने कहा कि बैठक कामयाब नहीं रही, लेकिन आंदोलन का पुराना कार्यक्रम कायम है। 26 जनवरी की परेड दिल्ली शहर के अंदर होगी। उन्होंने दिल्ली व आसपास के ग्रामीणों से अपील की कि वे बड़ी संख्या में अपने वाहन से यहां पहुंचे। यदि ट्रैक्टर न हो तो कोई भी चार पहिया वाहन से मोर्चा स्थल पर पहुंचें, ताकि सरकार को अपनी मांगें मनवाने पर मजबूर कर सकें। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने बैठक में एक रूट प्लान बताया है। इस पर शनिवार को किसान चर्चा करके फाइनल निर्णय लेंगे।