धरनास्थल पर कोई कोताही न बरतें अधिकारी : उपायुक्त
उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए किसानों के धरनास्थल पर संबंधित विभाग कहीं पर भी कोताही न बरतें। महामारी की रक्षा एवं सुरक्षा के लिए धरनास्थल पर किसी विभाग की कोताही को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए किसानों के धरनास्थल पर संबंधित विभाग कहीं पर भी कोताही न बरतें। महामारी की रक्षा एवं सुरक्षा के लिए धरनास्थल पर किसी विभाग की कोताही को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कोविड-19 के इस दौर में धरनास्थल पर एकत्रित किसानों के स्वास्थ्य के बारे में पूरी गंभीरता बनाए रखें।
उपायुक्त ने नगर निगम को आदेश दिए कि धरनास्थल पर साफ-सफाई में किसी प्रकार की ढिलाई न करें। अगर उन्हें कहीं पर भी इस प्रकार की सूचना प्राप्त हुई कि धरनास्थल पर गंदगी फैली हुई है तो मामले को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। इसके लिए धरनास्थल पर समुचित संख्या में कर्मचारी लगाए जाएं और कूड़ा उठान के लिए हाथों की रेहड़ी का प्रयोग करें। साथ ही कूड़ा उठाकर रेहड़ी में डालकर बड़े डस्टबिन में खाली करें और उनके भरते ही बिना किसी देरी के खाली करवाकर चिह्नित स्थान पर पुन: स्थापित किए जाएं। उन्होंने कहा कि वे प्रत्येक व्यवस्था पर सीधे तौर पर स्वयं नजर बनाए रखेंगे और मामले पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाने के आदेश भी पारित कर देंगे। इसलिए धरनास्थल पर किसानों की लगातार थर्मल स्कैनिंग की जाए और मौसमी बीमारी से कोई भी किसान ग्रस्त होता है तो उसे तुरंत स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। कोविड-19 के टेस्ट के लिए भी धरनास्थल पर छह काउंटर स्थापित करें। कोविड के लक्षण मिलने पर सबसे पहले संभावित मरीज का टेस्ट करें और उसे त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाएं। धरनास्थल पर हो 10 एंबुलेंस स्थापित
उपायुक्त ने रेडक्रास को निर्देश दिए कि धरनास्थल पर 10 एंबुलेंस स्थापित होनी चाहिए, ताकि किसानों को अविलंब स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि मानवता को मूल्यवान समझते हुए किसी प्रकार की सुविधाओं की कमी नहीं रहनी चाहिए। रेडक्रास अधिकारी स्वयं अपनी नजर बना कर रखें, ताकि समय पर सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही धरनास्थल के दोनों तरफ 12 स्वच्छ पेयजल के टैंकर की व्यवस्था हो, जिससे किसानों को कोई परेशानी न हो। नगर निगम के अधिकारी भी धरनास्थल पर ई-शौचालय की समुचित व्यवस्था करवाएं। उन्होंने कहा कि धरनास्थल की वजह से आसपास के लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न आए। इसके लिए संबंधित सभी विभाग अपनी सेवाएं क्षेत्र में पूर्ण रूप से चुस्त दुरुस्त रखें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्रवाई अमल में लाई जा सके।