निगम में लोग पी रहे गंदा पानी, टंकी में मरी छिपकली और कीड़ों का बसेरा
सावधान अगर नगर निगम कार्यालय में किसी काम से जा रहे हैं तो वहां के पानी का इस्तेमाल सोच-समझ कर करें।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : सावधान, अगर नगर निगम कार्यालय में किसी काम से जा रहे हैं तो वहां के पानी का इस्तेमाल सोच-समझ कर करें। ऐसा न हो इस पानी का इस्तेमाल आपकी सेहत पर भारी पड़ जाए क्योंकि नगर निगम कार्यालय की छत पर रखी पानी की टंकियों की हालत बदतर है। जागरण टीम ने जब मौके पर जाकर देखा तो नगर निगम की छत पर रखी पानी की टंकी में मरी हुई छिपकली पड़ी थी और दूसरी में कीड़े रेंग रहे थे। इन्हीं टंकियों का पानी नगर में लगे वाटर कूलर तक पहुंच रहा है। इसी पानी को निगम में आने वाले शहरवासी और कर्मचारी पी भी रहे हैं। तीनों टंकियों के ढक्कन महीनों से गायब हैं।
नगर निगम की छत पर पानी की तीन टंकियां रखी हैं। तीनों टंकियों के ढक्कन महीनों से गायब हैं। एक टंकी को सीमेंट की चादर से ढका गया है जबकि दो टंकियां बिना ढक्कन के ही रखी हैं। एक टंकी में भरा पानी गंदे नाले की तरह बिल्कुल काला हो चुका था और उसमें भारी मात्रा में गंदगी मिली। इसी टंकी में एक मरी हुई छिपकली पड़ी थी। इस गंदे पानी में सूक्ष्म कीड़े रेंग रहे थे। लापरवाही का आलम यह है कि महीनों से कर्मचारी-अधिकारी इन टंकियों को देखने तक नहीं गए, सफाई या ढक्कन लगाने की बात तो दूर। दोनों अन्य टंकियों का हाल भी ऐसा ही था। इन्हीं टंकियों का पानी नगर निगम में लगे वाटर कूलर तक पहुंच रहा है। निगम के कर्मचारी और कार्यालय में आने वाले लोग इसे पी रहे हैं। महीनों से नहीं की गई सफाई
जागरण टीम ने जब छत पर रखी टंकियों को जाकर देखा, तो इस घोर लापरवाही का पता चला। पीने के पानी की टंकी में मरी छिपकली होने के कारण यह पानी जहरीला हो चुका होगा। दूसरी टंकी में भरे पानी के ऊपर गंदगी की मोटी परत तैर रही थी। इन टंकियों को महीनों से साफ नहीं किया था। पूरे शहर के लोगों को स्वच्छ पेयजल सप्लाई करने का दावा करने वाले नगर निगम का हाल यह है तो शहर में क्या आलम होगा।
निगम में रखी पानी की टंकियों की सफाई न होने का मामला संज्ञान में आया है। जिम्मदारों की पहचान की जाएगी। वहीं, टंकियों की हालत जल्द सुधारी जाएगी। इसको लेकर निर्देश दे दिए गए हैं।
- जगदीश शर्मा, आयुक्त, नगर निगम।