बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर दिया जोर
यूथ सोशलग्राम फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस पर वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया। वक्ताओं ने बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर जोर दिया। पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। फाउंडेशन की प्रदेश अध्यक्ष कोमल शर्मा ने कहा कि एक लड़की को शिक्षित बनाने से दो घर शिक्षा के उजाले से प्रकाशित होते हैं।
वि. गोहाना: यूथ सोशलग्राम फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस पर वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया। वक्ताओं ने बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर जोर दिया। पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। फाउंडेशन की प्रदेश अध्यक्ष कोमल शर्मा ने कहा कि एक लड़की को शिक्षित बनाने से दो घर शिक्षा के उजाले से प्रकाशित होते हैं। लड़कियां जितनी अधिक शिक्षित बनेंगी समाज उतना ही अधिक प्रगतिशील बनेगा। कोमल ने कहा कि आज के दौर में लड़कियां घरों में ही सुरक्षित नहीं हैं। उनके साथ 70 प्रतिशत हिसा घरों में ही देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को सशक्त बनने के लिए शिक्षित बनने की जरूरत है। वे शिक्षित बनें और शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं। उन्होंने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सीखने पर भी बल दिया। फाउंडेशन द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी को नारी शक्ति के रूप में याद करते हुए राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। सोनीपत की टीम लीडर मेघा और झज्जर की टीम लीडर सोनीका ने कविताएं सुनाईं। कार्यक्रम में शगुन, साक्षी, बिदु, पूजा, मनीषा, सोनिया, कंगना आदि ने विचार व्यक्त किए। कन्या कालेज में मनाया गया बालिका दिवस
संस, खरखौदा : शहर के कन्या कालेज में सोमवार को बालिका दिवस मनाया गया। इस दौरान आनलाइन प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें लड़कियों से संबंधित विभिन्न स्लोगन बनाकर जागरूकता का संदेश दिया गया। कालेज प्राचार्य डा. सुरेश बूरा ने बताया कि एनएसएस यूनिट और महिला प्रकोष्ठ की ओर से संयुक्त रूप से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें छात्राओं ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि जब से लड़कियों को बराबर समझा जाने लगा है तो लड़कियों ने भी खुद को समाज में साबित करते हुए हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाते हुए छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से वर्ष 2009 में बालिका दिवस की शुरुआत की थी, तब से 24 जनवरी को यह दिन मनाया जा रहा है। उन्होंने छात्राओं को बालिका दिवस की बधाई दी और कहा कि सभी को चाहिए कि वह आगे बढ़ते हुए खुद को कामयाब बनाए और समाज में बराबरी का दर्जा प्राप्त करते हुए अपने अधिकारों का भी प्रयोग करें। छात्राओं ने दिया बेटी बचाने का संदेश
जासं, सोनीपत : राजकीय महिला महाविद्यालय में सोमवार को नेशनल गर्ल चाइल्ड-डे के अवसर पर एनएसएस की तरफ से आनलाइन पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का मुख्य विषय बेटी बचाओ रहा। इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने सुंदर पोस्टर बनाकर समाज को बेटी बहुत ही प्यारा आशीर्वाद है, का संदेश दिया। इसकी गर्भ में ही हत्या न करके इसे भी दुनिया को देखने का अधिकार है। प्रतियोगिता में लक्ष्मी (बीकाम आनर्स प्रथम वर्ष) ने पहला, रजनी (बीकाम आनर्स प्रथम वर्ष) ने दूसरा और लक्ष्मी (बीए द्वितीय वर्ष) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कालेज की प्राचार्य डा. संगीता सपरा ने छात्राओं को यह संदेश दिया कि आज के समय में बेटी भी किसी बेटे से कम नहीं है। हमें अपनी सोच को बदलना होगा और बेटी को बोझ मानने की बजाय उसे पढ़ा-लिखा कर इस काबिल बनाना होगा कि वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डा. वंदना नासा, डा. रेखा रहेजा और डा. शर्मिला बधवार शामिल रही। एनएसएस प्रभारी मनजीत ने छात्राओं को इस सुनहरे अवसर पर शुभकामनाएं दी और प्रतियोगिता के माध्यम से समाज को संदेश देने पर बधाई दी।
आनलाइन मनाया राष्ट्रीय मतदाता व बालिका दिवस
वि, सोनीपत : ब्राइट स्कालर स्कूल में सोमवार को आनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय मतदाता व राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। विद्यार्थियों ने आनलाइन माध्यम से बताया कि लड़की को बोझ नहीं समझना चाहिए, बल्कि उसे आगे बढ़ने के लिए हरसंभव मदद करनी चाहिए। हम सबको समाज में लड़कियों के प्रति सम्मान बढ़ाना होगा। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर भी विचार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों ने कहा कि मत हमारा अधिकार है और हमें इस अधिकार का सदुपयोग करना चाहिए। किसी के दवाब में न आकर, सही निर्णय लेकर मतदान करना चाहिए। अभिभावकगण की तरफ से शिवानी ने कहा कि विद्यालय द्वारा समय-समय पर जिस तरीके से बच्चों को जागरूक किया जाता है, उसे देखकर उन्हें गर्व होता है। स्कूल की पूर्व छात्रा तान्या ने अपने विद्यालय के अनुभव सांझा किए। विद्यालय प्रधानाचार्य किरण दलाल ने सबकी तारीफ करते हुए सभी को लड़की को सम्मान की नजर से देखने व मत का सही उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।