गांवों में शहरों की तर्ज पर होगा कचरे का उठान
जिला परिषद द्वारा गोहाना में पंचायतों के पास रिक्शा भिजवाई हैं। रिक्शा के चैंबर में दो हिस्से हैं। ग्रामीण सफाई कर्मचारी रिक्शा लेकर घर-घर जाएंगे और ग्रामीणों से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग हिस्से में डलवाएंगे।
जागरण संवाददाता, गोहाना: गांवों में अब शहरों की तर्ज पर घर-घर से कचरे का उठान और निस्तारण होगा। गांवों में गीला व सूखा कचरा अलग-अलग उठाया जाएगा। कचरे के निस्तारण के लिए डंपिग प्वाइंट बनाए जाएंगे। जिला परिषद ने गोहाना में 89 पंचायतों को करीब 125 रिक्शा उपलब्ध करवाई हैं। रिक्शा के केबिन में दो पार्ट हैं, जिनमें एक में गीला और दूसरे में सूखा कचरा डाला जाएगा।
पंचायत विभाग द्वारा गांवों में करीब दो साल से घर-घर से कचरा उठाने की सुविधा दी जा रही है। अब तक गांवों में घरों से गीले व सूखे कचरे को एक साथ उठाया जाता रहा है। कर्मचारी कचरे को गांवों के बाहर डालते हैं। कुछ गांवों में पंचायत की जगह नहीं होने के चलते कचरा डालने में परेशानी भी आ रही है। गीला व सूखा कचरा एकसाथ डालने से उसके निस्तारण में परेशानी भी आ रही है। पंचायत विभाग ने इस व्यवस्था में सुधार किया है। जिला परिषद द्वारा गोहाना में पंचायतों के पास रिक्शा भिजवाई हैं। रिक्शा के चैंबर में दो हिस्से हैं। ग्रामीण सफाई कर्मचारी रिक्शा लेकर घर-घर जाएंगे और ग्रामीणों से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग हिस्से में डलवाएंगे।
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साथ के साथ होगा कचरे का निस्तारण
स्वच्छ भारत अभियान अभियान में मुंडलाना खंड के कार्यक्रम प्रबंधक आनंद हुड्डा का कहना है कि गांवों में कचरे का निस्तारण साथ के साथ किया जाएगा। इसके लिए छोटे स्तर के ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट बनाए जाएंगे। वहां गीला व सूखा कचरा अलग-अलग डाला जाएगा। गांव गंगेसर, माहरा, बिचपड़ी, छतैहरा, छुराना, मातंड आदि में प्लांट बने हैं और दूसरे गांवों में भी इसी तरह के प्लांट बनाए जाएंगे। गांवों में मुख्य रूप से गीला कचरा अधिक निकलता है। गीले कचरे से खाद तैयार होगा।
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गांवों में गीले व सूखे कचरे के उठान के लिए रिक्शाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। विभाग की कोशिश है कचरे का साथ -साथ निस्तारण करवाया जाए।
मनोज कौशल, बीपीडीओ गोहाना खंड