नहरों में छोड़ा जाएगा पानी, भरे जाएंगे तालाब व जलघर
गर्मी के मौसम को मद्देनजर सिचाई विभाग ने गांवों व शहरों में बने जलघर व पशु तालाबों को लबालब भरने के लिए योजना तैयार की है।
संवाद सहयोगी, गोहाना : गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। तपिश ने भी धीरे-धीरे अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। गर्मी के मौसम को मद्देनजर सिचाई विभाग ने गांवों व शहरों में बने जलघर व पशु तालाबों को लबालब भरने के लिए योजना तैयार की है। विभाग द्वारा जल्द नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। विभाग की पशु तालाबों को भरने की प्राथमिकता रहेगा।
गर्मी के मौसम में पानी की खपत बढ़ जाती है। ग्रामीण क्षेत्र में अकसर जलघरों और पशु तालाबों में पानी की कमी हो जाती है। इससे ग्रामीणों को पेयजल और पशुओं के लिए पानी की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस बार पंचायतों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। पंचायतें भी इस ओर कम ध्यान दे सकती हैं। मई और जून में गर्मी की तपिश बहुत ज्यादा हो जाती है, जिससे पशु तालाब सूख जाते हैं। पशु तालाबों पर कई तरह के जीव-जंतु निर्भर होते हैं। तालाब पशुओं के अलावा जीव-जंतुओं की लाइफ लाइन होते हैं। इसी को मद्देनजर सिचाई विभाग ने योजना बनाई है। मई के पहले सप्ताह में नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। विभाग पशु तालाबों को भरने की प्राथमिकता देगा। इसी के साथ जनस्वास्थ्य विभाग के जलघरों के तालाबों को भी भरा जाएगा। तालाब भरने के बाद खेतों में सिचाई व अन्य दूसरे कार्यों के लिए पानी दिया जाएगा। जुलाई में धान की रोपाई भी शुरू हो जाएगी। धान की रोपाई के समय खेतों में सिचाई की ज्यादा आवश्यकता होती है। ऐसे में विभाग ने मई व जून में पशु तालाबों और जलघरों को प्राथमिकता से भरने का निर्णय लिया है। मई के पहले सप्ताह में नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। नहरों से पानी चोरी न हो इसके लिए बेलदारों का सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। पशु तालाबों और जलघरों के तालाबों को भरा जाएगा।
-सतीश कुमार, एसडीओ, गोहाना, सिचाई विभाग