अब वाहन प्रदूषण का ऑनलाइन प्रमाणपत्र ही मान्य होगा
परिवहन प्राधिकरण ने वाहनों की प्रदूषण जांच में पारदर्शिता लाने के लिए सभी जांच केंद्रों को बंद कर दिया था। उसके बाद केवल कंप्यूटरीकृत केंद्र ही संचालित हो सकते थे। इसके बावजूद कुछ केंद्रों ने मानकों को ताक पर रखकर हजारों वाहनों के मैनुअल प्रमाणपत्र जारी कर दिए। अब ऐसे वाहनों का चालान काटा जाएगा और मैनुअल प्रमाणपत्र जारी करने वाले सेंटर को सील किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : परिवहन प्राधिकरण ने वाहनों की प्रदूषण जांच में पारदर्शिता लाने के लिए सभी जांच केंद्रों को बंद कर दिया था। उसके बाद केवल कंप्यूटरीकृत केंद्र ही संचालित हो सकते थे। उसके बावजूद कुछ केंद्रों ने मानकों को ताक पर रखकर हजारों वाहनों के मैनुअल प्रमाणपत्र जारी कर दिए। अब ऐसे वाहनों का चालान काटा जाएगा और मैनुअल प्रमाणपत्र जारी करने वाले सेंटर को सील किया जाएगा।
जिले में 102 प्रदूषण नियंत्रण केंद्रों के सापेक्ष अभी मात्र 47 केंद्र ही संचालित हैं। अधिकारियों ने प्रदूषण जांच केंद्रों का निरीक्षण किया और मैनुअल तरीके से प्रमाणपत्र देने वाले एक केंद्र को सील कर दिया। वहीं ऐसे वाहनों के चालान काटे जाएंगे जिनके पास मैनुअल प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र है, अब सिर्फ ऑनलाइन जारी किया गया प्रमाणपत्र ही मान्य होगा।
वाहनों का प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए परिवहन प्राधिकरण के अधिकारियों को एनजीटी और सरकार की ओर से कड़े निर्देश जारी किए गए थे। लगातार शिकायत मिल रही थी कि मानकों को ताक पर रखकर प्रदूषण प्रमाणपत्र जारी हो रहे हैं। इसके चलते मैनुअल जांच केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए गए थे। प्राधिकरण ने कंप्यूटरीकृत केंद्र शुरू करा दिए थे। उसके बावजूद कई प्रदूषण जांच केंद्रों पर मैनुअल प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे हैं। परिवहन प्राधिकरण ने आदेश जारी कर सभी मैनुअल प्रमाणपत्रों को अवैध घोषित कर दिया है। इस संबंध में पुलिस को भी पत्र जारी कर दिया गया है।
अब केवल ऑनलाइन जारी किए गए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र ही स्वीकार किए जाएंगे। जिन वाहन चालकों के पास मैनुअल प्रमाणपत्र होंगे, उनका चालान किया जाएगा। ऐसे वाहनों पर प्रदूषण प्रमाणपत्र न होने का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही मैनुअल प्रमाणपत्र जारी करने वाले सेंटर को सील करने के आदेश जारी किए गए हैं। सोमवार को चलाए गए अभियान में गोहाना रोड पर मूर्ति पेट्रोल पंप पर चल रहे एसके पोल्यूशन जांच केंद्र को सील कर दिया गया। उसके अलावा अन्य तीन को मानक पूरे करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। जिले में 102 में से 47 केंद्रों पर ऑनलाइन प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे हैं। अन्य को तत्काल बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
कंप्यूटरीकृत प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र पर एक बार-कोड होगा और इसका ऑनलाइन सीरियल नंबर केंद्रीय कंट्रोलरूम से जारी किया जाएगा। ऐसे में प्रमाणपत्र मौजूद न होने पर भी किसी वाहन के प्रदूषण की जानकारी ऑनलाइन मिल जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र में होने वाला फर्जीवाड़ा रुक सकेगा।
- राजेश मलिक, सड़क सुरक्षा अधिकारी, परिवहन प्राधिकरण, सोनीपत