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पदम दहिया को उतार इनेलो ने जातीय-गोत्र समीकरण साधे

By Edited By: Published: Fri, 14 Mar 2014 09:16 PM (IST)Updated: Fri, 14 Mar 2014 09:18 PM (IST)

टैग: पाटियों की रणनीति

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फोटो: 39

-टिकट के लिए दहिया से चार व आठ मलिक थे दावेदार

-कांग्रेस द्वारा जगबीर मलिक को उतारे जाने के बाद इनेलो की रणनीति

शांतिभूषण, सोनीपत : जाट बहुल सोनीपत लोकसभा सीट पर जातीय व गोत्र समीकरण को ध्यान में रखते हुए इनेलो ने राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक पदम ंिसह दहिया को मैदान दिया। कांग्रेस द्वारा जगबीर मलिक को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी नेतृत्व दहिया खाप के किसी नेता को मैदान में उतारने पर विचार कर रहा था।

सोनीपत लोकसभा सीट पर जाट समुदाय के दहिया व मलिक खाप के मतदाताओ की संख्या अधिक है। ऐसे में इनकी हार-जीत में अहम भूमिका रहती है। कांग्रेस ने गोहाना के विधायक जगबीर मलिक को मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी ने जय ंिसंह भनवाला तथा बसपा ने सुमन ंिसंह शर्मा को मैदान में उतारा था। वहीं भाजपा के पास मलिक व दहिया दोंनों खाप में से दमदार दावेदार नहीं है। ऐसे इनेलो के रणनीतिकार यहां से हर हाल में दहिया खाप के प्रत्याशी को मैदान में उतारने का मन बना चुके थें।

पार्टी सूत्रों के अनुसार इनेलो की चुनाव समिति के समक्ष 32 ने टिकट के लिए दावा किया था। उनमें से राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र दहिया, महिला जिला अध्यक्ष बबीता दहिया तथा रवि दहिया का संबंध दहिया खाप से है। वहीं, टिकट के लिए मलिक गोत्र से संबंधित कृष्णा मलिक, कुलदीप मलिक, रवि मलिक, जगपाल मलिक, जितेंद्र मलिक, मनोज मलिक, सरेश मलिक व प्रोमिला मलिक ने टिकट के लिए आवेदन किया था। लेकिन कांग्रेस के जगबीर मलिक के मैदान में आने के बाद पार्टी की रणनीति बदल किए जाने की चर्चा से उनमें मायूसी है।

राजनीतिक जानकार बीएस मलिक कहते हैं कि सोनीपत सीट पर जाटों में मलिक व दहिया बड़े गोत्र हैं। ऐसे में सभी दलों का प्रयास रहता है कि इन्हीं गोत्रों से संबंधित प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाए।

इनेलो जिला उपाध्यक्ष बिजेंद्र आंतिल कहते हैं कि कार्यकर्ता चुनाव में पूरी तरह से पदम ंिसह दहिया के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सभी एकजुट होकर लोकसभा सीट पर जीत हासिल करने के लिए काम करेंगे। लोगों में कांग्रेस के प्रति रोष है तथा इनेलो को छोड़कर अन्य कोई दल जीतने की स्थिति में नहीं है।

इनसेट..

इनेलो में महत्वपूर्ण पदों पर रहे पदम ंिसंह

इनेलो की ओर से सोनीपत सीट से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किए गए 51 वर्षीय पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया इनेलो के राष्ट्रीय सचिव हैं। उन्होंने 2000 से लेकर 2005 तक प्रदेश विधानसभा में रोहट विधानसभा से प्रतिनिधित्व किया है। वह सात साल तक इनेलो के जिला अध्यक्ष रहे तथा बारह साल तक युवा इनेलो के जिला अध्यक्ष का दायित्व भी निभाया। बेहद विनम्र एवं जमीन से जुड़े हुए नेता होने के साथ-साथ पार्टी की गतिविधियों में हमेशा अग्रणी रहे हैं। खरखौदा हल्के के गाव खाडा में जन्मे पदम सिंह दहिया ने बीए बीएड तक शिक्षा ग्रहण की है। छात्र जीवन से ही उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। इस दौरान वह इनेलो पार्टी में हल्का महासचिव खरखौदा,युवा जिला अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष व राष्ट्रीय सचिव के पद पर विराजमान रहे। लगातार 12 वर्ष तक युवा जिला अध्यक्ष पद पर उन्होंने पार्टी में नए कीर्तिमान स्थापित किए। उन्होंने वर्ष 1996 में पहली बार इनेलो की टिकट पर रोहट विधानसभा से चुनाव लड़ा। वर्ष 2000 में वे पहली बार खरखौदा विधानसभा क्षेत्र से इनेलो के विधायक बने। इसके बाद 2005 के चुनाव भी उन्होंने कांग्रेस की लहर के बावजूद अपने प्रतिद्वद्वी को कड़ी टक्कर दी।


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