रोजगार के लिए युवाओं को ड्रोन की मिलेगी ट्रेनिग
कौशल विकास मिशन के तहत प्रदेश के युवाओं को बड़े स्तर पर ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण मिल सकता है। कृषि से लेकर बाजार में डिलीवरी करने में ड्रोन का उपयोग कारगर साबित रहा है। भविष्य में ड्रोन के बढ़ते उपयोग को देखते हुए रोजगार से जोड़ते हुए युवाओं को ट्रेनिग देने के मामले में मिशन के डायरेक्टर ने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो मिशन कई जिलों में ड्रोन उड़ाने के संबंध में स्किल्ड सेंटरों पर इसकी शुरूआत करेगा।
जागरण संवाददाता, सिरसा : कौशल विकास मिशन के तहत प्रदेश के युवाओं को बड़े स्तर पर ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण मिल सकता है। कृषि से लेकर बाजार में डिलीवरी करने में ड्रोन का उपयोग कारगर साबित रहा है। भविष्य में ड्रोन के बढ़ते उपयोग को देखते हुए रोजगार से जोड़ते हुए युवाओं को ट्रेनिग देने के मामले में मिशन के डायरेक्टर ने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो मिशन कई जिलों में ड्रोन उड़ाने के संबंध में स्किल्ड सेंटरों पर इसकी शुरूआत करेगा। कृषि के क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग ने अधिकारियों को प्रभावित किया है। फसलों में कीटनाशक का छिड़काव कम समय में अधिक जगह पर किया जा रहा है। अनेक प्रयोग सफल रहे हैं। साथ ही केंद्रीय कृषि विभाग भी आधुनिकतम तकनीक के साथ किसानों को जोड़ रहा है। प्रदेश का कृषि विभाग भी कई ऐसे प्रोजेक्ट समय-समय पर लेकर आया है जहां किसान को नवाचार से लाभ हुआ है। खेतों की रखवाली से लेकर छिड़काव तक ड्रोन से आसान होगा। ------------- प्रशिक्षण मिला तो चला पाएंगे अपना रोजगार मिशन के अधिकारियों का मत है कि युवाओं को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिग मिली तो वे बैंकों से स्वरोजगार के लिए लोन ले सकते हैं। खेत में ड्रोन उनके लिए आजीविका का साधन बन सकता है और इससे हजारों युवाओं को स्वरोजगार हासिल होगा। अभी यह तय नहीं हुआ है कि ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण कितने माह का रहेगा लेकिन जल्द ही इसे शुरू करने के लिए मंथन शुरू हो गया है। ---------- मिशन का सिरसा में एक ही केंद्र, भविष्य में और बढ़ सकते हैं कौशल विकास मिशन की ओर से सिरसा के पन्नीवालामोटा में प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है। यहां कंपनी सीपीआइटी के माध्यम से चार ट्रेड में 60-60 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है। टैक्सटाइल से संबंधित सिलाई, बैकरी, लाजिस्टिक का प्रशिक्षण दिया गया है। 240 युवाओं ने यहां प्रशिक्षण हासिल किया है। सीपीआइटी के संचालक गौरव सुखीजा ने बताया कि 240 में से 180 विद्यार्थियों को प्लेसमेंट मिली है। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण केंद्र 9 मार्च 2020 में शुरू किया गया था लेकिन बाद में कोरोना की वजह से कार्य प्रभावित भी रहा। ------------------- ड्रोन का प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में सभी पहलुओं पर विचार विमर्श कर रहे हैं। प्रदेश में पहली बार इस तरह का प्रशिक्षण मिलेगा इसीलिए सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की जा रही है। ड्रोन का प्रयोग बढ़ेगा इसलिए युवाओं को ट्रेनिग देने से लाभ मिलेगा और वे स्वरोजगार में भी कदम रख पाएंगे। आइएएस, आरसी बिढ़ान, मिशन निदेशक