कोरोना संक्रमण रोकने के लिए महिला छात्रावास बनेगी अस्थायी जेल
जागरण संवाददाता सिरसा कई स्थानों पर जेल में कोरोना पॉजिटिव बंदी आने के बाद सिरसा में
जागरण संवाददाता, सिरसा : कई स्थानों पर जेल में कोरोना पॉजिटिव बंदी आने के बाद सिरसा में भी बंदियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए अब अस्थाई जेल बनाई जाएगी। अस्थाई जेल में कोरोना आशंकित व क्वारंटाइन में रखे जाने वाले बंदियों को जगह मिलेगी। सीडीएलयू के महिला छात्रावास को अस्थाई जेल के लिए चुना गया है और यहां सैनिटाइज करने के आदेश जारी हुए हैं।
जेल अधिकारी के अनुसार कई जेलों में बंदियों के पॉजिटिव मिलने की सूचनाएं आई हैं जिसके बाद अस्थाई जेल को ढूंढा गया है। अस्थाई जेल भी जेल मैनुअल के अनुसार ही सुरक्षा की ²ष्टि से उस भवन का चयन किया जाता है जहां दीवारें ऊंची हों और आसानी से सुरक्षा व्यवस्था संभाली जा सके। बाहरी हस्तक्षेप न हो इसी के ²ष्टिगत सीडीएलयू के महिला छात्रावास का चयन किया गया है। पहले से आवंटित हैं कमरे, रखा है छात्राओं का सामान
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष सुमित महिया ने कहा कि यह आदेश सही नहीं है। लॉकडाउन से पहले छात्रावास छात्राओं को आवंटित है और उनका सामान अंदर रखा हुआ है। किसी भी ²ष्टि से यह जगह अस्थाई जेल बनाए जाने के लिए सही नहीं है। न्यायिक ²ष्टि से भी महिला छात्रावास को अस्थाई जेल नहीं बनाया जा सकता। इस संबंध में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, जेल मंत्री को उन्होंने लिखित में शिकायत दी है। सीडीएयू के महिला छात्रावास को अस्थाई जेल के रूप में चिह्नित किया गया है। कोरोना पॉजिटिव बंदी मिले तो उन्हें अस्थाई जेल में रखा जाना है। भविष्य को ध्यान में रखकर फैसला किया गया है।
- शेर सिंह, जेल अधीक्षक।