हल्की बारिश से दिनभर बदलता रहा मौसम
जिले में बुधवार को मौसम के कई रंग देखने को मिले। आसमान में सुबह
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिले में बुधवार को मौसम के कई रंग देखने को मिले। आसमान में सुबह से ही बादल छाए रहे। सूर्य भी 9 बजे के बाद दिखाई दिया। इसके बाद शहर में कुछ स्थानों पर दिन के समय हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं कुछ स्थानों पर धरती सूखी ही रही। सुबह के समय ठंड का असर भी ज्यादा रहा। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम वैज्ञानिक डा. मदनलाल खिचड़ के अनुसार अगले 24 घंटे में उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से रात्रि तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है। हवा की औसत गति 1.8 किलोमीटर घंटा रहेगी। -----
न्यूनतम तापमान रहा 12.2 डिग्री
मौसम में बदलाव के साथ रात्रि के समय ठंड का असर ज्यादा रहता है। सुबह के समय जैसे ही सूर्य निकलता है, इसके बाद ठंड का असर कम होना शुरू हो जाता है। इससे ठंड से राहत मिलती है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रहा। बुधवार को अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री व न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री रहा। --- फसलों के लिए फायदेमंद हैं ठंड
इस मौसम में ठंड रबी सीजन की फसल के लिए लाभकारी मानी जा रही है, विशेषकर गेहूं फसल के लिए। मौसम में आए बदलाव से किसान राहत महसूस कर रहे हैं। सुबह और शाम ओस गिरने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। रात के तापमान में आई गिरावट से सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सिरसा जिले में गेहूं की करीब 2 लाख 98 हेक्टेयर क्षेत्र में बिजाई होती है। गेहूं की 30 नवंबर तक बिजाई होगी। किसान गेहूं की बिजाई करने में जुटे हुए हैं। इसी के साथ जिले में सरसों की 52 हजार हेक्टेयर व चना की 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बिजाई हुई है। --- एयर क्वालिटी इंडेक्स हुआ 211
बुधवार को हल्की बारिश होने से पर्यावरण प्रदूषण का स्तर घट रहा है। बारिश के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स 211 तक हो गया। जबकि एक दिन पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स 275 के करीब पहुंच गया था। पराली जलाए जाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा था। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। इससे आंखों में जलन होने के साथ लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। गौरतलब है कि दीपावली के दिन 14 नवंबर को भी धान की पराली व पटाखों के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ गया था। दीपावली के दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स 448 तक हो गया। इसके अगले दिन बारिश होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स 85 तक पहुंच गया। इसके तीन दिन बाद फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा था।