वोकेशनल अध्यापक बोले-सीधी भर्ती करे सरकार, विधायक से मांगी मदद
संवाद सहयोगी डबवाली वोकेशनल टीचर एसोसिएशन ने वोकेशन टीचर प्रोवाइडर (वीटीपी) का कां
संवाद सहयोगी, डबवाली : वोकेशनल टीचर एसोसिएशन ने वोकेशन टीचर प्रोवाइडर (वीटीपी) का कांट्रेक्ट एक्सटेंड न करके आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत कार्यरत वोकेशनल अध्यापकों को विभाग के अधीन रखने की मांग की है। इस संबंध में एसोसिएशन के प्रधान राजवीर सिंह तथा उपप्रधान रमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में मांग पत्र विधायक अमित सिहाग को सौंपा गया। इस मौके पर अध्यापक सीमा रानी, सन्नी सेठी, सन्नी, तस्वीर कौर मौजूद थे।
हरियाणा के 1051 सरकारी स्कूलों में आउट सोर्सिंग पॉलिसी के तहत कंपनियों ने 2500 व्यवसायिक शिक्षक रखे हुए हैं। हरियाणा सरकार के एनएसक्यूएफ प्रॉजेक्ट के तहत ये अध्यापक कार्यरत हैं। इन कंपनियों का कार्य केवल मात्र वेतन देने का रह गया है। क्योंकि एनएसक्यूएफ के अंतर्गत सभी प्रकार की मॉनिटरिग में कार्यरत जिला कोर्डिनेटर व जिला प्रॉजेक्ट कोर्डिनेटर द्वारा की जाती है। सेलरी देने के नाम पर इन कंपनियों को हर माह 67.05 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। वोकेशनल टीचरों के मुताबिक विभाग के साथ कंपनियों का संबंध 31 अगस्त 2020 को समाप्त होने जा रहा है।
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वायदा पूरा करे सरकार
वोकेशनल टीचरों के मुताबिक पिछले वर्ष लगातार 34 दिन के धरने की समाप्ति पर हरियाणा सरकार ने वायदा किया था कि कंपनियों को बाहर करके वोकेशनल अध्यापकों को डिपार्टमेंट द्वारा रखे गए 179 वोकेशन अध्यापकों की तर्ज पर डिपार्टमेंट के अधीन रखा जाएगा। सरकार वायदा पूरा करके उन्हें कंपनियों के शोषण से मुक्त करवाए।
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वोकेशनल अध्यापकों की मांग जायज है। सरकार सीधी भर्ती की बजाए कंपनियों को हर माह 67 लाख रुपये लूटा रही है। जोकि गलत है। अध्यापकों की मांग को सरकार के समक्ष रखकर समस्या का समाधान करवाने का प्रयास करूंगा।
-विधायक अमित सिहाग, डबवाली