महिला सुसाइड मामले में दो पुलिस कर्मचारी माने लापरवाह, डीएसी ने सौंपी रिपोर्ट
ससुरालजनों द्वारा प्रताड़ित करने के बाद थाने में सुनवाई न होने से
जागरण संवाददाता, सिरसा :
ससुरालजनों द्वारा प्रताड़ित करने के बाद थाने में सुनवाई न होने से क्षुब्ध महिला द्वारा सुसाइड कर लेने के मामले में डीएसपी कालांवाली की रिपोर्ट में एक महिला एएसआइ तथा हवलदार को लापरवाह माना गया है। रिपोर्ट में उन हालातों का भी जिक्र किया है जिसमें महिला ने न ही तो कालांवाली थाना में और न ही महिला थाना में किसी प्रकार की शिकायत दी।
बता दें कि 2 दिसंबर को कालांवाली में महिला सुनीता देवी ने रेलगाड़ी के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया था और इसके बाद घर से सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने अपने पति, सास, देवर तथा एक अन्य महिला के विरुद्ध आरोप लगाए। सुसाइड नोट में लिखा कि पहले उसे मारपीट कर मायके कालांवाली छोड़ दिया गया और न ही बच्चे से मिलने दिया गया। एक दिसंबर को महिला कालांवाली थाना पहुंची और 2 दिसंबर को सिरसा आई। सिरसा महिला थाना में आई और यहां से लौटने के बाद सुसाइड कर लिया। एसडीओ और जेडीओ का रिपोर्ट में नहीं हवाला पुलिस सूत्रों के अनुसार थाने में एसडीओ और जेडीओ की ड्यूटी होती है और जो भी शिकायतकर्ता आए उसे डील करने की जिम्मेवारी जेडीओ और एसडीओ की है। इस मामले में दोनों थानों के जेडीओ व एसडीओ पीड़िता से मिले या नहीं इसका उल्लेख नहीं है। हालांकि रिपोर्ट में लापरवाह माने गए कालांवाली थाना के हवलदार श्रवण व महिला थाना की एएसआइ कुलविद्र कौर के बयान लिए गए हैं। दोनों ने ही अपने बयानों में बताया कि महिला ने शिकायत नहीं दी। कालांवाली थाने में तलाक लेने की बात कही तो महिला थाना में दरख्वास्त देने के बजाय यहां महिला कर्मचारियों से मिलकर वापस लौटी थी। मृतका की मां ने भी इस संबंध में अपना बयान दिया है। :::::::::-मैंने अपनी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भेज दी है। जो-जो तथ्य थे सब रिपोर्ट में दे दिए हैं। किसी स्तर पर लापरवाही हुई है उसका भी उल्लेख किया गया है।
नरसिंह, डीएसपी कालांवाली