छोटे रूट पर भी परिवहन सेवाएं, छोटे वाहनों को परमिट देने पर मंथन
जिले में अनेक ऐसे रूट हैं जहां सीधे परिवहन सुविधाएं नहीं है और
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिले में अनेक ऐसे रूट हैं जहां सीधे परिवहन सुविधाएं नहीं है और लोगों को या तो निजी वाहनों से या दूसरे साधनों से जाना पड़ता है। परिवहन विभाग अब हर गांव तक परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराने पर मंथन कर रहा है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो छोटे रूटों पर भी परिवहन सेवाएं उपलब्ध होंगी। जिसके तहत मैक्सी कैब चलाई जा सकती है। कम सीटर के वाहनों को भी पंजीकृत कर उन्हें परमिट दिए जा सकते हैं।
परिवहन विभाग ने प्रत्येक जिला मुख्यालय से तीन तरह की सूचनाएं मांगी हैं जिनमें अकेले रोडवेज चलाए जाने वाले रूट, अकेले प्राइवेट, सोसायटी रूट, सांझे रूट व उन रूटों की डिटेल देनी है जहां दोनों ही सेवाएं नहीं हैं। प्रत्येक जिला मुख्यालय से सूचनाएं उपलब्ध होने के बाद मुख्यालय स्तर पर नई नीति बनेगी और इसीलिए जिलों में तैनात परिवहन अधिकारियों को इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है।
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रोडवेज व सोसाइटी के रूटों पर भी मंथन
विभागीय अधिकारियों के अनुसार परिवहन सेवाओं का अधिक उपयोग हो इसीलिए सवारियों की संख्या महत्वपूर्ण है और उसी अनुरूप नई पालिसी में नए विकल्प सामने आएंगे। रोडवेज व सोसाइटियों से रूटों की जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा इंटर स्टेट व इंटर डिस्ट्रिक्ट रूटों पर भी चर्चा होगी कि इन रूटों पर रोडवेज व प्राइवेट में अनुपात क्या रहे। लिक रोड पर परिवहन सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए उन्हें कैसे जोड़ा जा सकता है पर भी मंथन चल रहा है।
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अभी रूटों को लेकर विचार मंथन है। विभाग का फैसला हर गांव में परिवहन सुविधाएं बढ़ाने का है। रोडवेज, सहकारी समिति के अलावा छोटे रूटों पर कम सीटर वाहन पर भी मंथन किया जा रहा है। अंतिम फैसला मुख्यालय से लिया जाना है।
- हीरा सिंह, जिला परिवहन अधिकारी, सिरसा।